वित्तीय गड़बड़ी के मामले में फंसे नौबतपुर के ईओ, प्रधान सचिव सहित कई कर्मी, डीएम ने जांच के बाद किया निलंबित

PATNA : पटना के डीएम शीर्षत कपिल अशोक द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, नौबतपुर एवं प्रधान सचिव, नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार से कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, नौबतपुर एवं नगर पंचायत कार्यालय, नौबतपुर के दोषी कर्मचारियों को चिह्नित करते हुए निलंबन एवं प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की है। इन पर वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप थे।
मामले में ज़िलाधिकारी द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार से प्राप्त गीता देवी, पूर्व अध्यक्ष-सह-पार्षद, वार्ड सं.-10, नगर पंचायत, नौबतपुर, पटना के परिवाद-पत्र की जांच अपर समाहर्ता (लोशिनि) -सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, पटना से करायी गई थी। परिवाद भ्रष्टाचार एवं सरकारी राशि के ग़बन के संबंध में था।
अपर समाहर्ता (लोशिनि) -सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, पटना द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, नौबतपुर एवं उनके कार्यालय द्वारा बरती गयी अनियमितता के संबंध में जांच प्रतिवेदन ज़िलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। प्रतिवेदन के अनुसार कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, नौबतपुर एवं नगर पंचायत कार्यालय, नौबतपुर के विरूद्ध कार्यकारी एजेंसी से मिलीभगत कर वित्तीय अनियमितता का गंभीर आरोप परिलक्षित होता है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि उपर्युक्त तथ्यों के आलोक में कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, नौबतपुर एवं नगर पंचायत कार्यालय, नौबतपुर के दोषी कर्मचारियों को चिन्हित करते हुए निलंबन एवं प्राथमिकी दर्ज करने हेतु सरकार से अनुशंसा की गई है। विभाग के स्तर से अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि वित्तीय अनियमितता के विरूद्ध प्रशासन द्वारा शून्य सहिष्णुता के सिद्धांत का अनुसरण किया जाता है। दोषी पाए जाने पर विधि-सम्मत सख्त कार्रवाई की जाती है।