PATNA: परिवहन विभाग, बिहार और भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) बोध गया के बीच बुधवार को एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। परिवहन विभाग एवं आईआईएम बोध गया के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौते के तहत, परिवहन विभाग के पदाधिकारियों को प्रबंधन और कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण आईआईएम बोध गया द्वारा प्रदान किया जाएगा।
परिवहन विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम: परिवहन मंत्री
परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि यह समझौता परिवहन विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हम अपने पदाधिकारियों को सर्वाेत्तम प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से कर सकें। इससे परिवहन सेवाओं में सुधार होगा। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस समझौते का उद्देश्य परिवहन विभाग के पदाधिकारियों को आधुनिक प्रबंधन तकनीकों और कौशल से लैस करना है, ताकि वे अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से कर सकें। इस समझौते से परिवहन विभाग के पदाधिकारियों को अपने कौशल में सुधार करने और अपने कार्यों को और भी प्रभावी ढंग से संचालित करने में मदद मिलेगी, जिससे परिवहन सेवाओं में सुधार होगा और यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी।
एडीटीओ, एमवीआई और ईएसआई को दिया जायेगा प्रशिक्षण
आईआईएम, बोधगया में परिवहन विभाग के एडीटीओ, एमवीआई और ईएसआई को चरणवार प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह प्रशिक्षण छह दिनों का होगा। परिवहन सचिव ने बताया कि विभागीय पदाधिकारियों को आईआईएम में प्रषिक्षण दिये जाने से उनके कार्य संस्कृति में सुधार आयेगी। कार्यालय प्रबंधन का कार्य बेहतर तरीके से कर सकेंगे एवं इसके साथ ही राजस्व में भी वृद्धि होगी।
प्रबंधन, नेतृत्व और कौशल विकास हेतु दिया जायेगा प्रशिक्षण
आईआईएम बोध गया, निदेशक डॉ. विनिता सहाय ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत, आईआईएम बोधगया परिवहन विभाग के पदाधिकारियों को प्रबंधन, नेतृत्व, और कौशल विकास के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जिससे वे अपने कार्यों को और भी अधिक प्रभावी ढंग से कर सकेंगे।
साक्षी प्रिया, अपर जिला परिवहन पदाधिकारी, मुंगेर: इस प्रशिक्षण से सभी अपर जिला परिवहन पदाधिकारी अपनी प्रबंधन क्षमता में वृद्धि कर सकेंगे, जिससे वे अपने कार्यों और भी कुशलता पूर्वक कर सकेंगे। बेबी कुमारी, अपर जिला परिवहन पदाधिकारी, गया: आईआईएम, बोधगया में प्रशिक्षण से पदाधिकारियों को डेटा एनालिसिस, दुर्घटना में कमी लाने समेत लीडरशिप मैनेजमेंट के अलावा कार्यक्षमता एवं बिहार के विकास में मदद मिलेगी। करिश्मा सिंह, अपर जिला परिवहन पदाधिकारी, जहानाबाद: विभागीय पदाधिकारियों एवं परिवहन विभाग के लिए यह प्रशिक्षण कारगर साबित होगा। पिंकू कुमार, अपर जिला परिवहन पदाधिकारी, पटना: प्रशिक्षण से पदाधिकारियों का न सिर्फ व्यक्तित्व का विकास होगा, बल्कि निर्णय लेने की क्षमता विकसित होगी।