Bihar news: एसएसपी का सख्त एक्शन, 9 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित, अब बर्खास्तगी की चेतावनी

Bihar news: पुलिस महकमे में व्याप्त लापरवाही पर सख्त रवैया अपनाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एक बड़ा कदम उठाया है।

SSP Muzaffarpur
एसएसपी का सख्त एक्शन- फोटो : social Media

Bihar news:  मुजफ्फरपुर जिले के पुलिस महकमे में व्याप्त लापरवाही पर सख्त रवैया अपनाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुशील कुमार ने एक बड़ा कदम उठाया है। ड्यूटी से बिना किसी सूचना के लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे एक दारोगा समेत कुल नौ पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एसएसपी की इस कठोर कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है और यह स्पष्ट संकेत है कि अब किसी भी प्रकार की गैर-जिम्मेदाराना हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों की सूची:

नगर थाना के दारोगा संतोष कुमार

पुलिस केंद्र के दारोगा जितेन्द्र कुमार

पुलिस केंद्र के हवलदार शिव नारायण यादव

महिला सिपाही आरती कुमारी

महिला सिपाही गरिमा सुधा

महिला सिपाही प्रियंका कुमारी

करजा थाना की महिला सिपाही उषा किरण

सिपाही विक्रम कुमार (पुलिस केंद्र)

सिपाही अरुण कुमार महतो (पुलिस केंद्र)

एसएसपी कार्यालय द्वारा इन सभी पुलिसकर्मियों को बार-बार पत्र और मोबाइल फोन के माध्यम से ड्यूटी पर लौटने के लिए सूचित किया गया था, लेकिन किसी ने भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद, एसएसपी ने इसे कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए इन सभी को जीवन निर्वाह भत्ता  पर निलंबित कर दिया।एसएसपी सुशील कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि ये सभी पुलिसकर्मी अब भी अपनी ड्यूटी पर वापस नहीं आते हैं, तो उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा और इसके लिए विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।यह कार्रवाई चार दिन पहले तिरहुत रेंज के डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा द्वारा दिए गए उस निर्देश के अनुपालन में की गई है, जिसमें उन्होंने बिना सूचना के महीनों से गायब चल रहे पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

बता दें कि  सिवाईपट्टी थाना में तैनात सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) रामप्रवेश प्रसाद भी पिछले चार महीनों से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित हैं। विभागीय कार्रवाई के बावजूद, उन्होंने न तो पुलिस लाइन में उपस्थिति दर्ज कराई है और न ही कोई आधिकारिक सूचना दी है। उन्हें पहले ही निलंबित किया जा चुका है, और अब उनकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाई का उद्देश्य यह स्पष्ट संदेश देना है कि पुलिस की वर्दी में अनुशासन सर्वोपरि है और जो भी कर्मचारी इसका उल्लंघन करेगा, उसके लिए विभाग में कोई स्थान नहीं है। पुलिस प्रशासन अब अपनी छवि को सुधारने के लिए गैर-जिम्मेदार कर्मचारियों को बाहर करने की प्रक्रिया को तेज कर रहा है।यह कार्रवाई न केवल जिले में पुलिस अनुशासन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह आम जनता को भी यह आश्वासन देती है कि अपने कर्तव्यों से भागने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। आने वाले दिनों में पुलिस विभाग द्वारा और भी ऐसे मामलों में कार्रवाई की जा सकती है।

Nsmch

रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा


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