नीतीश सरकार पेश करेगी ‘कटोरा बजट’ ! राज्य की कमजोर माली हालत पर भाजपा ने किया कटाक्ष

पटना. बिहार का वर्ष 2023-24 का वित्त बजट कटोरा बजट साबित होगा. नीतीश सरकार द्वारा पेश किए जा रहे बजट पर यह कटाक्ष भाजपा प्रवक्ता डॉ रामसागर सिंह ने मंगलवार को किया. उन्होंने कहा कि जब बिहार सरकार हर वित्तपोषण के लिए केंद्र पर ही आश्रित है तो ऐसे में इस बजट को कटोरा बजट से अधिक कुछ नहीं कहा जा सकता है. 

डॉ रामसागर ने नीतीश सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले बजट को कटोरा बजट कहकर मजाक उड़ाया. डॉ सिंह ने कहा कि अभी तक नीतीश सरकार मात्र 41 हजार करोड़ का संसाधन ही टैक्स से जुटा पाती है बाकी बजट को लागू करने के लिए कटोरा लेकर खड़ा हो जाती है. बजट के आकार और बोल बड़े हो सकते हैं लेकिन काम छोटे ही रहेंगे. बिहार के लोगों को भ्रमित करने के नीतीश सरकार बजट में नौकरी की घोषणा भी कर सकती है लेकिन वेतन का इंतजाम कैसे करेंगे. इसी तरह अन्य प्रकार की जो बजटीय घोषणाएं होंगी उसके लिए वित्त पोषण कहां से होगा इसका जवाब नीतीश कुमार को देना चाहिए. 

गौरतलब है कि बिहार का वर्ष 2023-24 का वित्त बजट वित्त मंत्री विजय चौधरी पेश करेंगे. राज्य में महागठबंधन सरकार बनने के बाद नीतीश सरकार पहली बार बजट पेश करने जा रही है. पिछले साल 2022-23 में दो लाख 37 हजार, 691 करोड़ 19 लाख रुपए का बजट पेश हुआ था. ऐसे में इस बार बजट का आकार बढने की संभावना है. इसके पहले सोमवार को बजट सत्र के पहले दिन राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया था. आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया कि पिछले वित्त वर्ष में बिहार की ग्रोथ यानी विकास दर 10.98 प्रतिशत रहा. बिहार के मुकाबले सिर्फ आंध्र प्रदेश (11.4%) और राजस्थान (11.0%) ही रहा है. वहीं राज्य में प्रति व्यक्ति आय 6400 रुपए बढ़कर सालाना 54,383 रुपए हो गई है.

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हालांकि इन सबसे अलग राज्य पर वित्त कोष पर लगातार बढ़ते कर्ज और अन्य प्रकार के केंद्रीय सहयोग से संचालित योजनाओं की ओर ध्यान दिलाते हुए डॉ राम सागर ने राज्य के बजट को कटोरा बजट नाम दिया है.