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नीतीश ने रची थी लोजपा को तोड़ने की साजिश ! जदयू के इशारे में काम करते हैं पशुपति पारस... वायरल ऑडियो से मचा बवाल

नीतीश ने रची थी लोजपा को तोड़ने की साजिश ! जदयू के इशारे में काम करते हैं पशुपति पारस... वायरल ऑडियो से मचा बवाल

पटना. वर्ष 2021 में लोजपा में हुई टूट के पीछे नीतीश कुमार का हाथ था. वहीं पशुपति कुमार पारस एक प्रकार से नीतीश कुमार के एजेंट हैं जो चिराग पासवान और भाजपा के खिलाफ काम कर रहे हैं. यह सनसनीखेज आरोप एक वायरल ऑडियो के बाद सामने आया है. इसमें लोजपा में हुई टूट के लिए नीतीश को जिम्मेदार ठहराया गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि नीतीश कुमार ने ही पशुपति को चिराग से अलग होने के लिए कहा था और इसके बदले में उन्हें केंद्र में मंत्री बनने का ऑफर था. बातचीत का यह वायरल लोजपा में हुई टूट से करीब 3 महीने पहले का बताया जा रहा है. 

वायरल ऑडियो में एक तरफ पशुपति पारस और प्रिंस पासवान के करीबी हीरा झा हैं तो दूसरी तरफ चिराग पासवान के करीबी सौरभ पांडेय हैं. चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के एक व्हाट्सएप ग्रुप में यह ऑडियो वायरल है. इसमें हीरा झा और सौरभ पांडेय एक दूसरे से बात करते हुए वर्ष 2021 में क्या क्या हुआ था और किन कारणों से लोजपा दो फाड़ हुई उसका ऑडियो है. चिराग पासवान के करीबी सौरभ पांडेय ने वायरल ऑडियो की पुष्टि करते हुए कहा कि यह ऑडियो पार्टी टूटने से कुछ दिन पहले की है. उस वक्त मुझे भी इन बातों की जानकारी नहीं थी लेकिन मैं और मेरा पूरा परिवार चिराग पासवान और रामविलास पासवान का करीबी रहे थे. हीरा झा रामचंद्र पासवान के मरने के बाद प्रिंस राज के बहुत करीबी हैं.

चिराग और उनके समर्थक मुखर होकर इस बात को कह रहे थे कि जदयू के इशारे पर ही उनकी पार्टी टूटी है. लोजपा के दो धड़े एक रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस के साथ थे और दूसरी रामविलास के बेटे चिराग पासवान के साथ. पशुपति कुमार पारस के साथ 5 सांसद अलग हो गए थे. वहीं तब सांसद के तौर पर अलग होने के बाद चिराग पासवान अकेले रह गए थे. वह जमुई से सांसद हैं. उस समय भी जदयू पर आरोप लगा था कि लोजपा को तोड़ने का काम जदयू ने किया है. अब इस बात को 20 महीने गुजर चुके हैं लेकिन एक बार फिर से इसको लेकर बवाल शुरू हो गया है.

हालांकि इस वायरल ऑडियो के बाद अभी तक जदयू की ओर से कुछ नहीं कहा गया है. लेकिन इस बातचीत में साफ तौर पर पूरे प्रकरण में नीतीश कुमार और जदयू को दोषी ठहराया जा रहा है. इसमें नीतीश कुमार के इशारे पर ही लोजपा में दो फाड़ होने की बात सामने आई है. साथ ही जदयू ने एक प्रकार से चिराग पासवान को कमजोर करने के लिए यह षड्यंत्र रचा है ऐसा आरोप लगाया जा रहा है. वायरल ऑडियो में पढिये कि किस प्रकार से हीरा झा और सौरभ पांडेय दोनों एक दूसरे से बातचीत कर रहे हैं. 

हीरा झा- जी... जी। नहीं, हमारे सामने जो बात हो रही थी, वहीं हम आपको बता रहे। अगर हमको गंगा में डूब कर कहने की जरूरत होगी तो हम कहेंगे।

सौरभ पांडेय- नहीं, ठीक है...ठीक है। लेकिन, भइया (चिराग पासवान) के फैसले में ये सब लोग ऐसे करेंगे तो ठीक नहीं है न।

हीरा झा- ये गलत है। देखिए, परिवार में कोई भी बात है तो बैठकर एक साथ बात होनी चाहिए।

सौरभ पांडेय- उनका चाचा का क्या इंट्रेस्ट हो सकता है?

हीरा झा- (हंसते हुए) देखिए, आप सामने बैठिएगा तो आपको सारा इंट्रेस्ट बता देंगे।

सौरभ पांडेय- नहीं फिर भी, एक लमसम।

हीरा झा- पटना से हमें खबर मिली है और जो हमारे साथी लोग बताए हैं कि उनके (चाचा) का दो महीने से मुख्यमंत्री से टायप है।

सौरभ पांडेय- हरेंद्र फोन करता है वहां से?

हीरा झा- हां, हरेंद्र फोन करता है और मुख्यमंत्री से बात कराता है। बोला हैं इनको (चाचा) कि अगर आप वहां से अलग होते हैं तो केंद्र में राज्यमंत्री बनवा देंगे।

सौरभ पांडेय- हां, ठीक ही है भइया।

हीरा झा- जी, ओके

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