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नीतीश कुमार ने बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा को बनाया प्रचार का अड्डा ! छात्रों से पूछा गया INDIA का फुलफॉर्म, भड़की भाजपा की सख्त चेतावनी

नीतीश कुमार ने बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा को बनाया प्रचार का अड्डा ! छात्रों से पूछा गया INDIA का फुलफॉर्म, भड़की भाजपा की सख्त चेतावनी

पटना. लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को हराने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया बना है. लेकिन इंडिया का फुलफॉर्म क्या है, आज भी यह ज्यादातर लोगों की जुबान पर याद नहीं है. लेकिन बिहार में चल रही बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में अब यही सवाल पूछा गया है कि INDIA का फुलफॉर्म क्या है? बीपीएससी द्वारा शिक्षकों की भर्ती का दूसरा चरण चल रहा है. इसमें एक लाख 20 हजार पदों पर भर्ती चल रही है. 15 दिसंबर को भर्ती परीक्षा का आखिरी दिन था. इस परीक्षा में कुल 150 सवाल पूछे गए जिसमें सवाल नंबर 58 में विपक्षी राजनैतिक दलों के गठबंधन INDIA का फुलफॉर्म क्या है, यह सवाल पूछा गया. इस परीक्षा में 8 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए. 

अब INDIA का फुलफॉर्म पूछने के बीपीएससी के निर्णय को भाजपा ने सीएम नीतीश के प्रचार का तरीका बताया है. परीक्षा में राजनीतिक दलों के गठबंधन से जुड़े सवाल पूछने को सस्ते प्रचार का माध्यम बताते हुए नीतीश सरकार पर सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने का आरोप बीजेपी लगा रही है. भाजपा प्रवक्ता डॉ राम सागर सिंह ने शनिवार को कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव द्वारा बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा को प्रचार का अड्डा बनाया जा रहा है. इस परीक्षा के माध्यम से ये लोग इंडिया का प्रचार करने में लगे हैं. 

उन्होंने परीक्षा में इंडिया का फुलफॉर्म पूछने पर गहरी आपत्ति जताई. रामसागर ने कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी एक ऐसे गठबंधन का फुल फॉर्म छात्रों से पूछ रहे हैं जिसका पूरा नाम उनके ही 95 फीसदी नेता नहीं जानते हैं. देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी इस गठबंधन का बुरा हश्र हुआ है. बावजूद इसके अब बीपीएससी की आड़ में इंडिया का प्रचार किया जा रहा है जो निंदनीय है. 

दरअसल, बिहार में शिक्षक भर्ती को मौजूदा नीतीश सरकार अपनी एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश कर रही है. पहले चरण में 1.20 हजार से ज्यादा शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है. अब दूसरे चरण में एक बार फिर से उसी तरह से भर्ती की तैयारी है. इसकी परीक्षा भी हो चुकी है. गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने पिछले वर्ष अगस्त 2022 में भाजपा के एनडीए से खुद को अलग किया और राजद-कांग्रेस आदि दलों के साथ बिहार में सरकार बनाई. उन्होंने उसी दौरान विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की. वे कई विपक्षी दलों के नेताओं से मिले और इसी वर्ष इंडिया नाम का एक गठबंधन बना है जिसका पूरा नाम इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस है. अब इसी फुलफॉर्म को ने बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा पूछा गया है जिस पर भाजपा ने गहरी आपत्ति जताई है. 

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