पटना। कैबिनेट विस्तार की तरह एक बार फिर नीतीश कुमार ने भाजपा की परेशानी बढ़ा दी है। इस बार मामला विधान परिषद के लिए राज्यपाल द्वारा मनोनित किए जानेवाले 12 सदस्यों को लेकर है। जिस पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि हम चाहते है कि सभी को मौका मिले, लेकिन दूसरी तरफ से इस पर सहमति का इंतजार है। नीतीश कुमार की सीधा इशारा भाजपा की तरफ था। बता दें कि 12 सदस्यों में भाजपा और जदयू के बीच 6-6 सदस्यों का चयन किया जाना है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जदयू दफ्तर पहुँचे थे।CM नीतीश ने पार्टी दफ्तर मे नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद मीडिया के सवालों का जवाब दिया। CM नीतीश ने राज्यपाल कोटे से विप मनोनयन वाली सीट पर एक बार फिर से अपनी बेबसी जताई। CM नीतीश से जब सवाल पूछा गया कि विधानमंडल सत्र से पहले विप की 12 सीटों के लिए मनोनयन का काम हो जाएगा? इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो बहुत कुछ करना चाहते हैं लेकिन.....और फिर हाथ जोड़कर निकल गए।
पूर्व तरीके से चलेगा बजट सत्र
नीतीश कुमार ने कहा कि बजट सत्र में पूर्व के तरीके से कार्यवाही की जाएगी। वहीं कोरोना को देखते हुए लोगो को सचेत रहने कहा गया है। कोरोना की स्तिथि ने बहुत इम्प्रुभ किया।आगे और इम्प्रुभ होगा। सब लोग सचेत रहेंगे तो किसी को कोई समस्या नहीं होगी
आरक्षण पर सीएम नीतीश का बयान
आरक्षण का जो प्रावधान है वही रहेगा। केंद्र और राज्य में जो नियम है लागू है। आर्थिक आधार पर आरक्षण का प्रावधान किया गया हैहम चाहते हैं बिहार का फार्मूला केंद्र में भी लागू हो। पिछड़ा कोटे में अतिपिछड़ा को भी अलग से आरक्षण मिले।अभी केंद्र में सिर्फ पिछड़ा वर्ग को आरक्षण मिल रहा है।
कन्हैया से मुलाकात पर बोले नीतीश
नीतीश कुमार ने लोजपा सांसद चंदन सिंह और छात्र नेता कन्हैया से मुलाकात को लेकर कहा कि जिनसे भी मुलाकात हुई उनके क्षेत्र की समस्या को लेकर मुलाकात हुई। कन्हैया ने अशोक चौधरी से मिलने के पहले मुझसे मुलाकात की थी।