नीतीश कुमार ने खोला सबसे बड़ा राज – ललन सिंह और विजेंद्र के सुझाव पर छोड़ा था भाजपा का साथ

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिर किसके सलाह पर अगस्त 2022 में अचानक से भाजपा से नाता तोड़कर राजद नीत महागठबंधन से नाता जोड़ा था, इस सवाल का खुलासा नीतीश ने रविवार को खुद कर दिया. जदयू के खुला अधिवेशन में नीतीश कुमार ने संबोधन में कई बातें कहीं. इसी दौरान उन्होंने यह भी बताया कि आखिर वे कौन से दो लोग थे जिनके सुझाव पर उन्होंने भाजपा से अलग होने का निर्णय लिया. नीतीश ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह और राज्य सरकार में मंत्री विजेंद्र यादव ने ही उन्हें सुझाव दिया था कि वे महागठबंधन में आ जाएं. 

नीतीश कुमार ने भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि जब हम उनके साथ गठबंधन में थे तब हमारे साथ रहते हुए ही हमारे ही दल को हराने का उन्होंने षड्यंत्र रचा. भाजपा पर जदयू को तोड़ने की साजिश रचने की बात करते हुए सीएम नीतीश जमकर बरसे. इसी दौरान उन्होंने विजेंद्र यादव का जिक्र करते हुए कहा की विजेंद्र यादव और ललन सिंह ही दो ऐसे लोग थे जिनके सुझाव पर हमने भाजपा से अलग होने का निर्णय लिया. 

उन्होंने कहा कि हमारा मकसद हमेशा ही सबके लिए काम करने का रहा है. हमारी सरकार में हर किसी के लिए काम हुआ है. इसी तरह जदयू में सभी वर्ग और समाज के लोगों का प्रतिनिधित्व है. भाजपा को बांटने वाली पार्टी बताकर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि वे जिनके साथ होते हैं उन्हें ही तोड़ने पर आमदा होते हैं. इसलिए जदयू ने ऐसे दल से अलग होने का निर्णय लिया. 

नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा कि राज्य हित में महागठबंधन संग सरकार बनाने का निर्णय लिया गया है. इसलिए सबको साथ मिलकर राज्य के विकास के लिए अब काम करना चाहिए.