PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए रविवार को जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनावी कैंपेन की शुरूआत की है,वहीं जेडीयू की तरफ से सोमवार से चुनावी कैंपेन का आगाज किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से 2 दिनों तक निश्चय संवाद करेंगे और जेडीयू कार्यकर्ताओं को एनडीए उम्मीदवारों को जीत दिलाने की अपील करेंगे।
सीएम नीतीश आज 6 जिलों की 11 विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल संवाद किया. नीतीश कुमार कल सुल्तानगंज ,अमरपुर, धोरैया, बेलहर, तारापुर,जमालपुर,सूर्यगढ़ा, शेखपुरा, बरबीघा,नवादा एवं गोविंदपुर में निश्चित संवाद किया. वहीं 13 अक्टूबर को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार 5 जिलों की 11 विधानसभाओं में सुबह 11:00 बजे वर्चुअल संवाद करेंगे. इसमें- मोकामा मसौढ़ी, पालीगंज, कुर्था ,जहानाबाद, घोसी, संदेश, अगियांव,जगदीशपुर,डुमरांव और राजपूर शामिल है.
सीएम नीतीश बोले.....
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में लालू-राबड़ी राज पर बड़ा हमला बोला।उन्होंने कहा कि पहले कुछ काम होता था क्या...पहले आपदा में क्या होता था... आज जो लोग बोल रहे हैं उनके राज में कुछ होता था क्या? लिस्ट बनते ही रह जाता था लेकिन पीड़ित परिवार को कुछ नहीं मिलता था। हमलोगों की जब सरकार आई तो हमने कह दिया कि सरकारी खजाने पर पहला हक आपदा पीड़ितों का है। बिहार में कोरोना संकट हो या फिर बाढ़ की स्थित हो,हर समय हमारी सरकार ने आपदा पीड़ितों की सेवा की है।
हम भी चाहते थे कि बड़ा उद्योग लगे
आज कल देख रहे हैं कि कुछ लोग बिहार के बारे में आर्टिकल लिख रहे हैं।लेकिन ये नहीं देख रहे कि हमारा विकास दर 10 प्रतिशत से अधिक है।यह सही है कि कोई बड़ा उद्योग धंधे नहीं लगे लेकिन छोटे स्तर पर कई उद्योग लगे हैं।हमारे यहां ज्यादा बड़ा उद्योग नहीं लग सकता।हमलोगों ने काफी कोशिश की लेकिन बिहार में बड़े उद्योगपति नहीं आये।वे लोग समुद्री किनारे वाले राज्यों को पसंद करते हैं।लेकिन आज कल लोग कुछ भी बोलते रहते हैं।
नीतीश कुमार का ऐलान
हमलोगों ने कानून का राज स्थापित किया है।क्राइम-करप्शन और कंम्यूलिज्म को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते।राष्ट्रीय क्राइम ब्यूरों की रिपोर्ट में बिहार का स्थान 23 वां है।फिर भी लोग तरह-तरह की बात बोलते रहते हैं।
15 साल पति-पत्नी का राज था तो क्या स्थिति थी?
सीएम नीतीश ने कहा कि 15 साल तक पति-पत्नी का राज था।पहले अस्पतालों की क्या स्थिति थी।पति-पत्नी के राज में एक महीने में सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 39 व्यक्ति इलाज के लिए जाते थे।आज क्या स्थिति है...आज हर महीने 10 हजार मरीज हर महीने एक अस्पताल में जाते हैं।