बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

नीतीश का हाल जयललिता वाला, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिदिन दे रहे बीमार करने वाली गोली,मेमोरी लॉस के पीछे ललन सिंह की बड़ी साजिश!...सियासत में बवाल..

नीतीश का हाल जयललिता वाला, राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रतिदिन दे रहे बीमार करने वाली गोली,मेमोरी लॉस के पीछे ललन सिंह की बड़ी साजिश!...सियासत में बवाल..

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर अक्सर इस तरह के सामने आते हैं कि उनकी स्मरण शक्ति कम हो रही है। वह चीजों को भूलने लगे है। कई मौकों पर यह बात सही साबित होती नजर आती है। भाजपा नेता सम्राट चौधरी सहित कई भाजपाई यह आरोप लगाते रहे हैं। इस कड़ी में अब उनके एक करीबी नेता ने एक बड़ा बयान दे दिया है कि नीतीश कुमार को दवा देकर उनकी स्मरण शक्ति को कमजोर करने की साजिश हो रही है और इसके लिए उन्होंने सीधे सीधे जदयू अध्यक्ष ललन सिंह पर आरोप लगा दिया है। 

लोजपा (रामविलास) के नेता और कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे पूर्व सांसद अरुण कुमार ने एक बयान में कहा है कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह अब नीतीश को खत्म करने और लालू को बचाने का काम कर रहे हैं। ताकि अपनी राजनीति साध सकें। उन्होंने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मुख्यमंत्री के खाने में दवा मिला रहे हैं। कुछ भोजन में या दवा में इनको ऐसा दिया जा रहा है, कुछ ऑफिसर और एक-दो ऐसे ही लोग, जो प्लांटेड पॉलिटिशियन हुए हैं आज के युग में ऐसे तत्वों ने उनको घेर लिया है। उनकी (नीतीश कुमार) मेमोरी खत्म हो गई है। नीतीश कुमार हेल्पलेस हैं, कैप्टिव हैं, कैद हैं। मानसिक रूप से कैद हैं।' 

प्रशांत किशोर ने भी किया समर्थन

जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अरुण कुमार के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अगर ध्यान से देखिएगा तो पता चलेगा कि उनपर उम्र का असर हो गया है। पिछले एक साल की उनकी पुरानी स्पीच उठाकर देख लीजिए आपको पता चल जाएगा कि वो हर बात को जलेबी की तरह घुमाते रहते हैं। बोलना कुछ चाहते हैं बोल कुछ और जाते हैं। आपने कभी नीतीश कुमार को किसी फैक्ट्री बनाने को लेकर चर्चा करते सुना? नीतीश कुमार के लिए आज चर्चा का विषय क्या है? उनके लिए आज चर्चा का विषय है कि धरती का नाश होने वाला है। मोबाइल का उपयोग करने से लोग पागल हो रहे हैं। क्या यही नीतीश कुमार का काम है? नीतीश कुमार क्या साइकोलोजिस्ट हैं या मनोवैज्ञानिक हैं? बिहार की जनता ने जो काम नीतीश कुमार को दिया है वो तो ये कर नहीं रहे बाकी बेकार की चीजों में इनका ध्यान रहता है। दुनिया कितने दिनों तक रहेगी कब खत्म हो जाएगी इस पर बात करते हैं।

जयललिता की तरह नीतीश कुमार को भी....

अरुण सिंह के इस बयान ने कहीं न कहीं तमिलनाडू की पूर्व सीएम जय ललिता की यादें ताजा कर दी है। देश की राजनीति में अम्मा के नाम से फेमस रही जयललिता का निधन दिसंबर 2016 में हो गया था। रिकार्ड में उनकी मौत का कारण बीमारी को बताया गया। लेकिन जयललिता के करीबी वैसा नहीं मानते हैं। उनका मानना है कि जयललिता की बीमारी का कारण उनकी बेहद करीबी सहेली रही शशिकला थी। जिन पर आरोप लगे कि उन्होंने जयललिता को ऐसी दवा दी, जिससे उनकी तबीयत लगातार खराब होती चली गई।  

शशिकला को उत्तराधिकारी माना जाता था। वैसे ही जैसे जदयू में नीतीश कुमार का उत्तराधिकारी ललन सिंह को माना जाता है। जयललिता के जाने के बाद न सिर्फ उनकी पार्टी पर शशिकला का अधिकार मिला, बल्कि पापर्टी पर भी अधिकार मिल गया। पिछले साल 600 पन्नों की एक रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें जयललिता की करीबी रही सहेली शशिकला की भूमिका पर संदेह जताया गया है। उनके निजी चिकित्सक समेत एक वरिष्ठ अधिकारी भी शक के घेरे में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, जयललिता (अम्मा) और शशिकला (चिनम्मा) के बीच अच्छे रिश्ते नहीं थे। 

जदयू में नीतीश के बाद कोई नहीं

बात अगर बिहार की राजनीति की करें तो राजद का उत्तराधिकारी तय है कि लालू प्रसाद के बाद उनके बेटे तेजस्वी यादव ही पार्टी की उत्तराधिकारी होंगे। लेकिन जदयू के साथ ऐसा नहीं है। यहां नीतीश कुमार सबसे बड़े नेता हैं। लेकिन उत्तराधिकारी के रूप में उनका बेटा नहीं है। नीतीश कुमार के बाद पार्टी के सबसे बड़े नेता ललन सिंह हैं। ऐसे में उन्हें ही उत्तराधिकारी चुना जाएगा यह तय है।


Suggested News