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2024 के लोकसभा चुनाव में 'नीतीश की योजना' को लगेगा झटका! विपक्षी एकजुटता से पहले ही दूरी बनाते दिखे अखिलेश यादव

2024 के लोकसभा चुनाव में 'नीतीश की योजना' को लगेगा झटका! विपक्षी एकजुटता से पहले ही दूरी बनाते दिखे अखिलेश यादव

पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दोलों को एकजुट करने के लिए दिल्ली में हैं। यहां वे देश महत्वपूर्ण विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। लेकिन विपक्षी एकजुटता से पहले ही विलगाव के संकेत मिल गये हैं। उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश सिंह यादव नीतीश कुमार से दूरी बनाते दिखे।

नीतीश से दूरी बनाए अखिलेश

दरअसल सीएम नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता को लेकर दिल्ली के मेदांता में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश सिंह यादव से मिलने गये थे। मुलाकात के बाद नीतीश कुमार मीडिया के सामने आए। इस दौरान अखिलेश यादव उनसे दूरी बनाते दिखे। जब मीडिया वालों ने उनसे कहा कि आप भी फ्रेम में आएं और नीतीश कुमार ने इशारा किया तो अखिलेश नीतीश के साथ आएं। सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूर्व निर्धारित योजना और मुलायम सिंह यादव को देखने के लिए आए थे। लेकिन इस दौरान अखिलेश सिंह यादव मीडिया से कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। जब मीडिया ने उनसे पूछा कि नीतीश जी से क्या बात हुई है तो उन्होंने ना ना...कहते हुए कहा, 'जो आप बोले वही बात हुई।'

केंद्र में सरकार बनाने के लिए 29 प्रतिशत सीट यूपी से

ऐसे में क्या अखिलेश यादव, नीतीश की योजना से सहमत नहीं हैं? यदि ऐसा होता है तो 2024 के लोकसभा चुनाव में नीतीश की योजना पर पानी फिर सकता है और नीतीश की योजना फेल हो जाएगी। दरअसल, उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव को लेकर अहम है। यहां देश के राज्यों में सबसे अधिक 80 लोकसभा की सीट है। केंद्र में सरकार बनाने के लिए 29 प्रतिशत सीट यूपी से ही है। साथ ही सपा यूपी का सबसे बड़ा विपक्षी दल है। ऐसे में यदि अखिलेश सिंह विपक्षी एकजुटता में शामिल नहीं होते हैं, तो फिर नरेंद्र मोदी नीत भाजपा सरकार को केंद्र की सत्ता में आने से रोकना मुश्किल हो जाएगी!

विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे नीतीश

बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़कर राजद के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बना ली है। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकजुटता को लेकर माहौल बनाया जा रहा है। जदयू और राजद सीएम नीतीश कुमार को पीएम कैंडिडेट के रूप में प्रोजेक्ट कर रही है। हालांकि नीतीश कुमार ने कई बार साफ कर दिया है कि वे पीएम का कैंडिडेट नहीं है। लेकिन उन्होंने कहा है कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को केंद्र में आने से रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। इसके लिए विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे।

इन नेताओं से हुई मुलाकात

इसी रणनीति के तहत नीतीश कुमार सोमवार को पटना से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। सोमवार को ही उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मिले। इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगोड़ा से उनकी मुलाकात हुई। वहीं मंगलवार को सीएम नीतीश ने विपक्षी नेताओं से मुलाकात की झड़ी लगा दी। एक के बाद एक कई विपक्षी नेताओं से मिले। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सीपीआई(एम) के महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, हरियाणा के इंडियन नेशनल लोक दल के ओम प्रकाश चौटाला, यूपी की सपा के मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे अखिलेश सिंह यादव एवं जदयू के पूर्व दिग्गज नेता और अब वर्तमान राजद नेता शरद यादव शामिल हैं।




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