पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले नीतीश सरकार ने नाराज चल रहे नियोजित शिक्षकों को खुश करने की कोशिश की है. सरकार ने नियोजित शिक्षकों के लिए पिटारा खोल दिया है. 15 अगस्त को ही सीएम नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों के लिए गांधी मैदान से घोषणा की थी, उसके तीन दि बाद ही सरकार ने उस पर अमल करते हुए नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त में बदलाव की मुहर लगा दी.
वेतन में होगा 15 फीसदी का इजाफा
सरकार के इस फैसले के बाद अब नियोजित शिक्षकों की सैलरी में 15 फीसदी का इजाफा हो जाएगा.अगले साल 1 अप्रैल से 15 फीसदी वेतन नियोजित शिक्षकों का बढ़ जाएगा.
EPF का मिलेगा लाभ
नियोजित शिक्षकों के हक में राज्य सरकार ने जो फैसला लिया है उसके बाद अब नियोजित शिक्षकों और पुस्ताकायाध्यक्षों को एक सितंबर से इपीएफ का लाभ मिलेगा. इसक साथ ही सेवा में एक बार ट्रांसफर भी मिलेगा.
आश्रितों को मिलेगी अनुकंपा पर नौकरी
नियोजित शिक्षकों की यह मांग थी कि उनके आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिले. इस मांग को भी राज्य सरकार ने मान लिया. अब नियोजित शिक्षकों के परिजन को उनके योग्यता के आधार पर वर्ग 3 और 4 के पदों पर नियुक्त किया जाएगा.
प्रोमेशन मिलेगा, प्रिंसिपल भी बनेंगे
सरकार न नियोजित शिक्षकों के हक में जो फैसला लिया है उसके बाद अब उन्होंने प्रोमोशन देने का भी फैसला किया गया है. योग्यता के आधार पर उन्हें ऊपरी कक्षाओं के लिए रिक्त 50 फीसदी पदों पर प्रोमोशन मिलेगा. इसके साथ ही नियोजित शिक्षकों के प्रिंसिपल बनने का भी रास्ता साफ हो गया है.