DESK: हेल्दी लाइफस्टाइल आपके शरीर को चुस्त और तंदुरुस्त रखने का काम करती है। हेल्दी लाइफस्टाइल ना हो तो मोटापा, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ ही नहीं ब्रेन स्ट्रोक जैसी परेशानी भी हो सकती है। ब्रेन स्ट्रोक को लेकर कम जानकारी के चलते ज्यादातर लोग लापरवाह रहते हैं जो आगे चलकर बड़ी मुसीबत बन सकता है। ये सोचना बहुत बड़ी गलती है कि ब्रेन स्ट्रोक का शिकार उम्रदराज लोग ही होते हैं। अब ये बीमारी युवाओं में भी देखने को मिल रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह हमारी बिगड़ती लाइफस्टाइल है जिस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
जब दिमाग की कोई नस अचानक से ब्लॉक हो जाती है या फट जाए तो उसे ब्रेन स्ट्रोक कहा जाता है। जिसमें दिमाग में खून की सप्लाई रूक जाती है और इसका सीधा असर दिमाग के फंक्शन पर पड़ता है। जो बेहद खतरनाक स्थिति है। वैसे तो ये अटैक कभी भी हो सकता है, लेकिन इसके ज्यादातर मामले सुबह देखने को मिलते हैं, क्योंकि उस वक्त ब्लड प्रेशर ज्यादा होता है।
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण
-शरीर को कोई एक हिस्सा पैरेलाइज़ हो जाना।
- देखने में परेशानी होना।
- चेहरा टेढ़ा हो जाना।
- उल्टियां होना।
- हाथ या पैर सुन्न होना।
- बोलने में परेशानी होना।
- चक्कर आना।
ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज में क्या है अंतर
ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हेमरेज को लेकर कन्फ्यूज़ हैं तो बता दें कि ब्रेन हेमरेज, स्ट्रोक का ही एक प्रकार है। जब दिमाग की नसें खून की सप्लाई कम कर दें या अगर नसें ब्लॉक हो जाए तो उसे स्ट्रोक कहा जाता है वही अगर नस फट जाए तो ये ब्रेन हेमरेज होता है।
कौन बन सकता है इसका शिकार
- अगर ब्रेन स्ट्रोक की फैमिली हिस्ट्री है तो
- स्मोकिंग करने वालों को
- हार्ट पेशेंट्स को
- डायबिटीज के मरीजों को
- ख़राब कॉलेस्ट्रॉल लेवल ज्यादा होने पर
- ब्लड प्रेशर के मरीजों को
ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए रेगुलर व्यायाम करें, स्वस्थ जीवनशैली अपनाये और स्मोकिंग से दूर रहे।