NEW DELHI : संसद में जिस तरह टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी लॉगइन आईडी दूसरे लोगों के साथ शेयर की थी, उस तरह की गलती कोई दूसरा सांसद भी नहीं करे, इसको लेकर संसद का सचिवालय विभाग अब सावधान भी हो गया है। कहा जा रहा है कि लोकसभा सचिवालय ने सांसदों के लॉगिन आईडी को लेकर सख्त नियम जारी कर दिए हैं। अब सांसदों के सहायक और सचिव डिजिटल संसद का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।
कहा जा रहा है कि सचिवालय ने सांसदों के सचिवों और निजी सहायकों के लिए डिजिटल संसद पोर्टल और ऐप पर एक्सेस ब्लॉक कर दिया है। इसका मतलब है कि अब सांसद के अलावा कोई भी लॉगिन नहीं कर सकेगा।। खास बात है कि सचिवालय की इस कार्रवाई के बाद सांसदों को सवाल दाखिल करने, ईमेल देखने और बिल जमा करने लिए खुद ही लॉगिन करना होगा। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है, जब दोनों सदनों का शीतकालीन सत्र शुरू होने में कुछ हफ्तों का समय ही बाकी है।
अब तक सचिव और सहायकों को मिली थी छूट
1 सितंबर से ही डिजिटल संसद का इस्तेमाल शुरू हो गया था। इसके तहत सदस्यों को सहायकों या सचिवों को उनका अकाउंट इस्तेमाल करने का अधिकार देने की अनुमति थी। सांसद अपने सहायकों या सचिवों का ईमेल आईडी, फोन नंबर देकर उन्हें अकाउंट का एक्सेस दे सकते थे।
क्या था मोइत्रा का मामला
भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाए थे कि मोइत्रा ने दुबई के कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के साथ अपना संसद का लॉगिन साझा किया था। आरोप थे कि अडानी पर सवाल पूछे जाने के लिए ऐसा किया गया था। बाद में लोकसभा एथिक्स कमेटी की बैठकें हुईं और टीएमसी सांसद को दोषी माना गया था।