बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर चिराग ने किया पिता को याद, परिवार के सदस्यों के साथ दी श्रद्धांजलि, पिता को नमन कर पढिये क्या कहा

रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर चिराग ने किया पिता को याद, परिवार के सदस्यों के साथ दी श्रद्धांजलि, पिता को नमन कर पढिये क्या कहा

पटना. पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की रविवार को तीसरी पुण्यतिथि है. उनकी पुण्यतिथि पर रामविलास के बेटे और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. चिराग ने पटना स्थित अपने आवास पर पिता को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ स्मरण किया. उनकी तस्वीर पर फूल-माला चढ़ाकर उन्होंने अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस दौरान चिराग की माँ रीना पासवान सहित परिवार के अन्य लोग उपस्थित रहे. 

वहीं चिराग पासवान ने पिता को याद करते हुए अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने पिता को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है 'पापा आपको नमन, Miss you papa.' वहीं चिराग पासवान रविवार को खगड़िया भी जा सकते हैं. वहां रामविलास पासवान के पैतृक गांव में जाकर भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी. इस दौरान वे परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रहेंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का 74 साल की उम्र में 8 अक्टूबर 2020 को दिल्ली में निधन हो गया था.

छह प्रधानमंत्रियों के साथ किया काम : रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946खगड़िया, बिहार में हुआ था. उन्होंने भारतीय राजनीति में खुद को एक सशक्त दलित राजनेता के रूप में स्थापित किया. उनके नाम सर्वाधिक मतों से लोकसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड रहा. हाजीपुर को अपनी राजनीति का केंद्र बनाने वाले रामविलास कुल 9 बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए. इस दौरान वे अलग लग सरकारों में केंद्रीय मंत्री के रूप में रहे.  पासवान के पास छः प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनूठा रिकॉर्ड भी है। वी.पी.सिंह, एचडी देवेगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह, नरेन्द्र मोदी रहे. 

पुलिस की नौकरी छोड़कर की राजनीति : रामविलास पासवान का जन्म 5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी में रहने वाले एक परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम जामुन पासवान और माता का नाम सिया देवी है. पासवान ने कानून में ग्रेजुएशन किया था. बाद में उन्होंने एमए की डिग्री भी हासिल की थी. 1969 में बिहार पुलिस में पुलिस उपाधीक्षक (DSP) के तौर पर उनका चयन हो गया था. उसी वर्ष संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर वह पहली बार विधायक बने थे. हालांकि वे पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए और फिर उन्होंने राजनीति में एक ऐसा स्थान बनाया जिससे उन्हें 'सरकार' बनाने वाला मौसम वैज्ञानिक कहा जाने लगा.

Suggested News