मोतिहारी- बिहार प्रसिद्ध अरेराज स्थित मनोकमनपुरक गहवर में बसे पंचमुखी बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर में अंनत चतुर्दशी मेला के तीसरे दिन भाद्रपद त्रयोदशी के अवसर पर लाखों डाक बम व कावरियों ने जलाभिषेक कर पूजा अर्चना किया ।रविवार देर शाम से ही कावरियों की भीड़ को देखते हुए अरेराज अनुमंडल प्रशासन के उपस्थिति में मंदिर पुजारी के प्रथम पूजा के उपरांत 12.30 बजे रात्रि में जलाभिषेक के लिए पट को खोल दिया गया।पट खुलते ही कड़ी सुरक्षा के बीच डाक बम और कावरिया देर रात्रि से ही जलाभिषेक में जुट गए।
मोतिहारी जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दक्षिण गंडक नारायणी नदी के तट पर स्थित अरेराज सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर में अंनत चतुर्दशी के अवसर पर सबसे बड़ा चार दिवसीय मेला का आयोजन किया जाता है।इस मेला में कावरिया बागमती नदी से जलभरी कर 80 किलोमीटर पैदल कावर व डाक बम के माध्यम से जलाभिषेक कर पूजा अर्चना करते है ।जिला प्रशासन द्वारा बेलवा घाट से लेकर अरेराज सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर तक चप्पे चप्पे पर दण्डाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है।वहीं अरेराज अनुमंडल प्रशासन द्वारा कावरियों की सुबिधा को लेकर उत्तम प्रकाश,शुद्ध पेयजल,शौचालय,नियंत्रणकक्ष, स्वस्थ्य शिविर ,साफ सफाई सहित व्यवस्था किया गया है।वही बेलवा घाट से सोमेश्वरनाथ धाम तक सैकड़ो समाजसेवी व स्वयमसेवी संस्था द्वारा निशुल्क शिविर लगाकर कावरियों की सेवा किया जा रहा है ।देर रात्रि से ही जलाभिषेक के लिए कावरियों की लंबी कतार लगी हुई है।कावरिया कतारबद्ध होकर जलाभिषेक में जुटे है।
मोतिहारी जिला के अरेराज में स्थित मनोकमनपुरक गहवर में बसे सोमेश्वरनाथ महादेव मंदिर प्रशिद्ध है ।यह मंदिर पुत्र प्राप्ति सहित मनोकमनपुरक है।इस मंदिर का कई ग्रंथो में चर्चा है ।इस मंदिर में भगवान राम,माता सीता की पूजा अर्चना करने की बात कही जाती है।इस मंदिर में जलाभिषेक के लिए सालोभर श्रद्धालुओ की भीड़ लगी रहती है।लेकिन महाशिवरात्रि, वसंत पंचमी,फाल्गुनी त्रयोदशी, पूरे श्रावण मास के साथ साथ अंनत चतुर्दशी के अवसर पर भारी भीड़ होती है।सबसे बड़ा भीड़ वाला मेला अंनत चतुर्दशी मेला होता है।जिसमे लाखो डाक बम व कावरियों द्वारा जलभरी कर 80 किलोमीटर पैदल कवर यात्रा कर जलाभिषेक की परंपरा है।इस मेले में सबसे अधिक कावरिया नेपाल,पडोशी जिला शिवहर, सीतामढ़ी सहित जिलों से जलाभिषेक के लिए आते है।रिपोर्ट- हिमांशु कुमार