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लिवर, किडनी और हार्ट की बीमारियों को दूर कर सकता है इस फल एक पत्ता, कमजोर और बूढ़ो को फौलाद बना देंगा

लिवर, किडनी और हार्ट की बीमारियों को दूर कर सकता है  इस फल एक पत्ता, कमजोर और बूढ़ो को फौलाद बना देंगा

डेस्क- पपीता एक ऐसा फल है, जिसका जिक्र आयुर्वेद में कई बिमारियों के इलाज में किया जाता है.  पपीता का पत्ता लीवर, किडनी और हार्ट को 70 साल तक बीमार नहीं होने देता है. पपीता का इस्तेमाल सब्जी और फल दोनों रुप में किया जाता है. पपीता जब कच्चा होता है तो इसे लोग सब्जी बनाकर खाते है वहीं जब पपीता पाक जाता है तब इसे फल के रूप में सेवन किया जाता है. 

 पपीता बालों और त्वचा के लिए भी अच्छा होता है. पपीते का उपयोग उपयोग सलाद के रूप में भी किया जाता है. पपीता केवल फल नहीं है यह एक दवाई भी है क्योंकि यह पेट से दिल तक स्वस्थ्य लाभ पहुंचता है.  पपीता एक ऐसा फल है, जो कच्चा और पका हुआ दोनों ही रूप में खाया जाता है.

 सबसे अच्छी बात यह है पपीते में कई तरह के विटामिन मिलते हैं, नियमित रूप से खाने से शरीर में कभी विटामिन्स की कमी नहीं होती. बीमार व्यक्ति के लिए भी यह बहुत फायदेमंद होता है. यह आसानी से अवशोषित होकर शारीर को काफी फायदा पहुचता है. पपीते में पपेन नामक पदार्थ पाया जाता है जो मांसाहार गलाने के काम आता है. भोजन पचाने में भी यह अत्यंत सहायक होता है.

पपीता आसानी से हजम होने वाला फल है.  पपीता भूख और शक्ति को बढ़ाता है।.यह प्लीहा , यकृत, पांडु  आदि रोग को टीक करने में इस्तेमाल होता है. 

पेट के रोगों को दूर करने के लिए पपीते का सेवन करना लाभकारी होता है. पपीते के सेवन से पाचनतंत्र ठीक होता है. पपीते का रस अरूचि, अनिद्रा (नींद का न आना), सिर दर्द, कब्ज व आंवदस्त आदि रोगों को ठीक करता है. पपीते का रस सेवन करने से खट्टी डकारें बंद हो जाती है.

पपीता पेट रोग, हृदय रोग , आंतों की कमजोरी आदि को दूर करता है. पके या कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर खाना पेट के लिए लाभकारी होता है. पपीते के पत्तों के उपयोग से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है और हृदय की धड़कन नियमित होती है.

यहीं नहीं डेंगू के उपचार के लिए पपीते के पत्तों का रस रामबाण की तरह कार्य करता है. पपीते के पत्तों का रस ब्लड में प्लेटलेट्स और आरबीसी को बढ़ाता है. जिससे ब्लड सर्कुलेशन में तेजी से सुधार होता है तो  कैंसर की रोकथाम में पपीते का पत्ता लाभदायक होता है.  पपीते के पत्तों में एंटी ट्यूमर गुण पाए जाते हैं. जो ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में सहायक होते हैं. 

पपीते के पत्तों का रस कब्ज दूर करने में भी लाभकारी साबित होता है. क्योंकि यह एक लैक्सेटिव के रूप में भी जाना जाता है. लैक्सेटिव कब्ज की समस्या को दूर करता है.

पपीते के पत्तों का रस शरीर की इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं. पपीते के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने और लीवर, किडनी और  हार्ट को सही रखने में सहायक होते हैं. 

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