किशनगंजः ऑल इंडिया मज्लिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के कम प्रतिनिधित्व पर तंज कसते हुए मुस्लिम महिलाओं को आरक्षण देने की बात की है. हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने मुस्लिम बहुल लोकसभा सीट किशनगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा कहना है कि आजादी के बाद से देश में 17 लोकसभा चुनाव हुए हैं लेकिन सांसद बनने वाली मुस्लिम महिलाओं की संख्या सिर्फ 20 रही है, तो फिर मुस्लिम महिलाओं के लिए आरक्षण क्यों नहीं. एआईएमआईएम ने किशनगंज से विधायक अख्तरुल ईमान को इस सीट से प्रत्याशी बनाया है.
ओवैसी ने भाजपा पर राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के खिलाफ झूठ बोलने का आरोप लगाया .उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाए गए नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लेकर लोकसभा में एक संशोधन पेश किए जाने को याद करते हुए कहा कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मुझसे कहा कि आप एक संशोधन लाना चाहते हैं, लेकिन आपका समर्थन करने वाला शायद ही कोई नहीं है. मैंने जवाब दिया कि अल्लाह मेरे साथ है.
ओवैसी ने सभा को संबोदितकरते हुए कहा कि कि मेरा तर्क है कि मुस्लिम और पिछड़ा वर्ग मिलकर कुल आबादी का लगभग 65 प्रतिशत हिस्सा हैं. हम इस विशाल सामाजिक वर्ग की महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित नहीं कर सकते.