पटना में दारोगा मुख्य परीक्षा का पेपर लीक करने से पहले पकड़ा गया युवक, सेंटर पर दो दिन पहले रखा था मोबाइल

PATNA: बिहार में पेपर लीक मामला तूल पकड़े हुए है। इसी बीच एक और परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। दरअसल, बिहार पुलिस सेवा आयोग ने रविवार को संयुक्त मुख्य लिखित परीक्षा का आयोजन किया था। इसके लिए पटना में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। वहीं अब इस एग्जाम में भी पेपर लीक होना का मामला सामने आया है। पटना से पुलिस ने प्रश्नपत्र की फोटो ले रहे युवक को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि, पटना कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज में केंद्र बनाया गया था। बताया जा रहा है कि, बिहार मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग तथा निगरानी के अवर निरीक्षक (दारोगा) नियुक्ति की मुख्य लिखित परीक्षा ली गई। वहीं इस दौरान मोबाइल से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर बाहर भेजने की कोशिश करते हुए एक अभ्यर्थी पकड़ा गया। हालांकि, परीक्षा केंद्र में जैमर लगा होने के कारण वह प्रश्नपत्र नहीं भेजा सका। उसे हिरासत में ले लिया गया।
इस मामले में पत्रकार नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पूछताछ में अभ्यर्थी ने बताया कि परीक्षा के दो दिन पहले यानी 21 जून को ही उसने कॉलेज परिसर में मोबाइल छुपा दिया था। परीक्षा के दिन मौका पाकर फोन निकाल लिया और इसे लेकर परीक्षा कक्ष के अंदर चला गया। मुख्य गेट पर मेटल डिटेक्टर से तलाशी ली जाती है, जिसमें वह आसानी से पकड़ा जाता, इसलिए उसने तरकीब लगाते हुए दो दिन पहले ही फोन कॉलेज परिसर में छिपा दिया।
इस परीक्षा में 1280 अभ्यर्थी शामिल हुए। ये सभी प्रारंभिक परीक्षा पास कर चुके हैं। उधर, पत्रकार नगर थानेदार अभय कुमार ने बताया कि कदाचार के आरोप में पकड़े गए अभ्यर्थी को कार्रवाई करने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी के पास भेज दिया गया है। बता दें कि, केंद्र के बाहर से अंदर तक कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मुख्य गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया था। वीडियोग्राफी भी कराई जा रही थी। इसके बावजूद पहली पाली में परीक्षा दे रहा स्वामी विवेकानंद कुमार यादव नाम के अभ्यर्थी ने मोबाइल से प्रश्नपत्र का फोटो खींच लिया और उसे बाहर भेजने का प्रयास करने लगा। इस दौरान वीक्षक ने उसे पकड़ लिया।