MADHEPURA : जाप प्रमुख व मधेपुरा से लोकसभा प्रत्याशी पप्पू यादव ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधा है। सांसद ने कहा है कि पीएम और सीएम दावा करते फिर रहे हैं उन्होंने विकास के बहुत सारे काम किये है तो फिर उन्हें डर किस बात का है।
दरअसर सहरसा के वार्ड काउंसलर सुमित वर्मा के साथ राजद, जदयू और भाजपा के नेता व कई स्थानीय लोगों ने आज जन अधिकार पार्टी (लो) में शामिल हुए। सहरसा में आयोजित इस मिलन और सदस्यता ग्रहण समारोह के दौरान पार्टी प्रमुख पप्पू यादव भी मौजूद रहें।
इस मौके पर पप्पू यादव ने आज कहा कि चुनाव बाद युवाओं को रोजगार से जोड़ना मेरी प्राथमिकता होगी। 23 मई से दो साल बाद हम हर घर से उन युवाओं को रोजगार दिलाने का काम करेंगे, जिनकी मिनिमम योग्यता दसवीं पास होगी।
वहीं उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कहा कि मधेपुरा समेत जहां भी महिलाओं पर जुल्म हुआ, हमने सबसे पहले जाकर उन्हें सहारा दिया। उनके लिए लड़ाई लड़ी। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में सामूहिक बलात्कार के मुद्दे को हमने और रंजीत रंजन ने सबसे पहले सदन में उठाया। पटना आसरा होम को बंद करवाया और लंबी पदयात्रा कर सरकार को बैकफुट पर लाने का काम किया। आगे भी महिलाओं को सशक्त करने का काम करेंगे और उनपर अत्याचार करने वालों के खिलाफ मजबूत आंदोलन करेंगे।
पप्पू यादव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मधेपुरा में आकर कह दिया कि पप्पू यादव ने बहुत काम किया। रेली मंत्री ने भी मेरे कार्यों की सराहना की। हमने यहां 11 महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया, जिससे दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में जाने के लिए आवगमन की सुविधा आसान हो गई। अब गरीब आदमी महज 300 रूपए में दिल्ली जा पायेंगे।
सांसद इस दौरान पीएम मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी जमकर बरसे। पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर गरीबों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा इन लोगों को गरीबों की चिंता नहीं है। बस चुनाव के वक्त गरीबों को बरगलाने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को पांच साल सिर्फ सत्ता बचाने चिंता रहती है। इस दौरान ये सिर्फ समाज को बांटने और नफरत फैलान की राजनीति करते है, लेकिन चुनाव आते ही विकास और गरीबों के रहनुमा बनने लगते हैं।
उन्होंने कहा कि आज पीएम मोदी और सीएम नीतीश चीख–चीख कर विकास करने की बात कर रहे हैं। अगर उन्होंने विकास किया है, तो उन्हें डर किस बात का है। यदि दोनो ने सही मायने में विकास किया है तो जनता उन्हें चुनाव जीता कर फिर से सत्ता सौंप देगी। इसमें ढिंढोरा पिटने की क्या जरुरत है?