डीएमडी के खर्चीले इलाज और महँगी दवाई पर पटना हाई कोर्ट ने मांगा ब्यौरा, IGIMS को दिया निर्देश

PATNA. पटना हाईकोर्ट ने राज्य में एक गंभीर आनुवंशिक रोग डीएमडी के खर्चीले इलाज और महँगी दवाई से सम्बन्धित जनहित याचिका पर सुनवाई की। चीफ जस्टिस के वी चंद्रन की खंडपीठ के समक्ष राजू यादव की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए निर्देशक,आई जी आई एम एस, पटना को चार सप्ताह में हलफ़नामा दायर कर ब्यौरा प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
पिछली सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। आज अपर महाधिवक्ता एस डी यादव को निर्देशक,आईजीआईएमए,पटना की ओर से हलफ़नामा दायर करने का निर्देश दिया गया। पिछली सुनवाई में राज्य सरकार की ओर से अपर महाधिवक्ता सूर्यदेव यादव ने कोर्ट को राज्य सरकार द्वारा इस बीमारी के इलाज और दवाई के उपलब्धता के सम्बन्ध कार्रवाई रिपोर्ट पेश की गयी थी । उन्होंने कोर्ट को बताया था कि इस बीमारी के इलाज और दवाओं के उपलब्धता के लिए कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में की जा रही कार्रवाईयों का ब्यौरा केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। इस जनहित याचिका में ये बताया गया कि इस आनुवंशिक बीमार से पीड़ितों के इलाज में काफी मुश्किलें होती है। कोर्ट को बताया गया कि इलाज में काफी पैसे खर्च होते है।साथ ही इस बीमारी के इलाज के लिए दवाएं काफी महँगी है।साथ ही ये दवाएं भारत में उपलब्ध नहीं है।ये दवाएं अमेरिका में उपलब्ध है।
इस कारण जहाँ इस गंभीर बीमारी की दवा भारत में नहीं मिलती,और अमेरिका से मिलने वाली दवा काफी खर्चीला है।इसलिए इस गंभीर आनुवंशिक बीमारी का इलाज में बहुत सारी कठिनाइयाँ होती है। इस मामलें पर अगली सुनवाई चार सप्ताह बाद की जाएगी।