PATNA: अटल पेंशन योजना भारत सरकार के द्वारा शुरु की गई है। यह एक सामाजिक सुरक्षा योजना है। जिसके तहत भारत के सभी नागरिकों को 60 वर्ष की आयु के बाद एक निर्बाध आय दिया जाता है। वहीं इस योजना से अधिक से अधिक ग्राहकों को जोड़ने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। बिहार सहित तमाम राज्यों को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए लक्ष्य मिला था। लेकिन बिहार की राजधानी पटना का प्रदर्शन इसमें बेहद खराब रहा है। वहीं गया जिला अव्वल रहा है।
दरअसल, बिहार के 38 जिलों में पटना का प्रदर्शन अटल पेंशन योजना में सबसे खराब रहा है। पटना निचले पायदान पर है। पटना वित्तीय वर्ष 2023-24 में जो लक्ष्य हासिल करना था वो नहीं किया। पटना के बैंकों ने तय लक्ष्य की 78 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। वहीं, पटना से सटा गया जिला अव्वल रहा। गया की 267 बैंक शाखाओं ने तय लक्ष्य से 340 प्रतिशत अधिक उपलब्धि हासिल की। पटना के अलावा भागलपुर और शिवहर का प्रदर्शन भी काफी खराब रहा है।
गया जिले को वित्तीय वर्ष 2023-24 में 25,940 ग्राहकों को अटल पेंशन योजना से जोड़ने का लक्ष्य मिला था। वहां के बैंकों ने 88,391 ग्राहकों को इस योजना से जोड़ा। वहीं पटना जिले के 843 बैंक शाखाओं को 75,780 खाते खोलने थे, लेकिन 59,020 खाते ही खोले गए। यह खुलासा हाल में अटल पेंशन योजना की समीक्षा बैठक में जारी रिपोर्ट से हुआ है।
बताते चलें कि प्रदेश में अटल पेंशन योजना के अब तक 55 लाख 47 हजार 524 खाते खुल चुके हैं। इनमें 11 लाख 28 हजार 838 खाते पिछले वित्तीय वर्ष में खोले गए हैं। अटल पेंशन योजना में गया के अलावा, नवादा, बांका, औरंगाबाद, अरवल जैसे जिलों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। नवादा की 116 बैंक शाखाओं ने तय लक्ष्य 11,410 के मुकाबले 32,796 ग्राहकों को इस योजना से जोड़ा। जो लक्ष्य से 287 प्रतिशत अधिक रहा। बांका ने लक्ष्य से 285 प्रतिशत, औरंगाबाद ने 243 प्रतिशत और अरवल ने 236 प्रतिशत ज्यादा पेंशन खाते खोले।
अटल पेंशन जैसी लोकोपयोगी योजना के क्रियान्वयन में निजी बैंकों का साथ नहीं मिला। राज्य के 14 निजी बैंकों में किसी ने भी तय लक्ष्य को पूरा नहीं किया। आईडीबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने 70 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। कोटक महिन्द्रा, इंडसइंड बैंक, कर्नाटका बैंक, बंधन बैंक आदि तो मात्र 30 प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर सकी। पेंशन योजना में प्रदेश के 11 बैंकों की उपलब्धि शून्य से 6 प्रतिशत के बीच रही है।