पटना. मकर संक्रांति पर पटना में गंगा नदी पर नाव परिचालन पर रोक लगाने के जिला प्रशासन के निर्णय से नाविकों को बड़ा झटका लगा है. पटना में वर्ष 2017 में दियारा से लौट रहे नावों के गंगा नदी में दुर्घटनाग्रस्त होने से कई लोगों की जान चली गई थी. इसी कारण पटना जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति पर गंगा के दियारा इलाके में पतंगबाजी के लिए जाने वालों को रोकने के मकसद से गंगा नदी में नाव परिचालन पर रोक लगाई है. इस वर्ष सप्ताहांत पर मकर संक्रांति होने से पटना के हजारों लोगों के दियारा में जाने की संभावना थी. लेकिन जिला प्रशासन के आदेश के बाद लोगों को मायूसी हाथ लगी है.
पटना जिला प्रशासन के आदेश में पटना के 23 गंगा घाटों पर 32 दंडाधिकरियों तथा पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है. गंगा में किसी प्रकार के नाव परिचालन पर रोक है. यानी जो लोग पतंगबाजी या घूमने के मकसद से दियारा जाना चाहते हैं उनके लिए नाव नहीं रहेगी. इस वजह से शनिवार को बड़ी संख्या में दियारा जाने के लिए गंगा घाटों पर पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लगी.
वर्ष 2017 में ऐसी ही एक हादसे में कई लोगों को जान गंवानी पड़ी थी. तब से दियारा क्षेत्र में मकर संक्रांति के दौरान विकसित हो रहे पर्यटन गतिविधि को बड़ा झटका लगा है. इस वर्ष कोरोना के बाद लोगों को उम्म्मीद थी कि उन्हें दियारा में जाने और पतंगबाजी का मौका मिलेगा लेकिन पटना जिला प्रशासन के आदेश से उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया.