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लोग कहते थे राम मंदिर के फैसले से कत्लेआम होगा, लेकिन मैंने कहा था कि मच्छर भी नहीं मरेगा-योगी आदित्यनाथ

लोग कहते थे राम मंदिर के फैसले से कत्लेआम होगा, लेकिन मैंने कहा था कि मच्छर भी नहीं मरेगा-योगी आदित्यनाथ

GAYA : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज गया में जन सभा को अम्बोधित किया. नागरिक संशोधन कानून को लेकर आम लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की नागरिकता कानून एकदम स्पष्ट है. यह नागरिकता देने का कानून है, लेने का नहीं. जब हमें नागरिकता देनी है, तो इसमें भयभीत होने की आवश्यकता किसी को नहीं होनी चाहिए. यह कानून किसी जाति, धर्म का विरोधी नहीं है. जिस कानून को संशोधित स्वरुप में लाने के लिए पीएम व गृहमंत्री का अभिनंदन होना चाहिए था, उसका विपक्ष द्वारा फैलाए गए भ्रम के कारण आज मुट्‌ठी भर लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा है. 

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उन्होंने कहा की जब देश का विभाजन हो रहा था तो हिंदूओं, बौद्धों सहित अन्य ने इसका विरोध किया था. विभाजन के बाद मुस्लिमों की आबादी सात-आठ गुणा बढ़ी है. उनकी आबादी इसलिए बढ़ी क्योंकि उन्हें हर विशेष सुविधा दी गई, लेकिन पाकिस्तान में 1947 में हिंदूओं की 23 फीसदी आबादी आज एक प्रतिशत बची है. वे या तो मार दिए गए, या धर्मांतरित कर दिए गए अथवा भगा दिए गए. 1950 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का धर्मांतरण व कत्ल नहीं रुका तो नेहरु-लियाकत समझौता किया गया कि दोनों देश अपने अल्पसंख्यकों की रक्षा करेंगे. भारत ने इसका पालन किया, लेकिन पाकिस्तान ने नहीं. 1955 में भारत ने अपना नागरिकता कानून बनाया था. जो समय-समय पर संशोधित हुआ था. 31 दिसंबर 2014 के पहले जो भी पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर आए अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता दी जाएगी. सीएए के लिए प्रधानमंत्री और अमित शाह का अभिनंदन होना चाहिए. 

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योगी आदित्यनाथ ने कहा की  मुस्लिम महिलाओं का तीन तलाक के नाम पर अपमान किया जाता था. पीएम ने उसका तलाक करा दिया. मुस्लिम महिलाओं को न्याय मिलने से फतवों की दुकान बंद हो गई. इसलिए इसका विरोध किया गया. 1952 में कांग्रेस के कुटिलता ने संविधान में धारा 370 शब्द जोड़ दिया. बाबा साहब ने कहा था कि 370 देश में अलगाववाद और आतंकवाद का कारण बनेगा. कोई सरकार इसे हटाने की हिम्मत नहीं कर सकी, लेकिन मोदी-अमित शाह की जोड़ी ने इसे समाप्त कर दिया. पाकिस्तान को इस बात का डर है कि पीओके कब भारत का अंग बन जाएगा और उसका फिर से विभाजन हो जाएगा. नेतृत्व जैसा होता है वैसा ही देश होता है. मुम्बई हमले के बाद जब देश के लोग पाकिस्तान पर हमले की मांग कर रहे थे, तो कांग्रेस की सरकार पाकिस्तान के पास एटम बम होने की दलील देकर उससे बचते रही. लेकिन फरवरी 19 में जम्मू-काश्मीर में हुई घटना के बाद भारत के जवानों ने वहां के सभी आतंकी कैम्पों को तबाह कर दिया. भारत की ताकत का अहसास प्रधानमन्त्री ने देश-दुनिया को कराया है. ईरान-अमेरिका के बीच चल रहे तनाव में भारत को मध्यस्थता के लिए आमंत्रित किया गया. जिन लोगों को भारत की उभरती हुई ताकत अच्छी नहीं लगती. वे भारत के खिलाफ दुष्प्रचार और षडयंत्र कर रहे हैं. उन्हें यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि देश में तीन तलाक, अयोध्या मंदिर और 370 कैसे लागू हो गया. कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या का फैसला नहीं होने देने के लिए आवेदन दिया था. 

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लोग कहते थे कि राम मंदिर के फैसले से कत्लेआम होगा, लेकिन मैंने कहा था कि मच्छर भी नहीं मरेगा. अपने सभी वादों को पूरा किया जा रहा है. घुसपैठियों को बाहर कर शरणार्थियों की रक्षा करने का काम भारत सरकार कर रही है. संविधान का गला घोंटने वाली कांग्रेस संविधान की दुहाई देकर नागरिकता संशोधन कानून को नकारने का काम कर रही है. सीएए और संविधान को नकारने का मतलब बाबा साहब, राजेंद्र प्रसाद और देश का अपमान है. पीएम ने सभी को मकान, उज्जवला योजना के तहत रसोई गैस कनेक्शन, प्रधानमंत्री किसान निधि सम्मान, सौभाग्य योजना के तहत विद्युत कनेक्शन, आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी को बिना जाति-मजहब पूछे लाभ उपलब्ध कराया. तो फिर मोदी जी पर क्यों आरोप लगाया जा रहा है? ये वे लोग हैं जो देश का वातावरण खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने कहा की बाबा साहब ने भारत के आजादी की लड़ाई आगे बढ़ाने के साथ दलितों-पिछड़ों की आवाज बनकर उभरे थे. कांग्रेस ने हमेशा उनका अपमान किया. बाबा साहब से जुड़े पांच स्थानों को पंच तीर्थ के रुप में विकसित कर प्रधानमन्त्री ने देश-दुनिया को संदेश दिया है. लेकिन, योगेंद्रनाथ मंडल को 1950 में पाकिस्तान में मिल रही अपमान के कारण शरणार्थी बनकर भारत में निवास करना पड़ा. उन्होंने कहा की सीएए का एनआरसी से कोई संबंध नहीं है. एनआरसी केवल असम के अंदर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से लागू हो रही है. देश के नागरिकों को नागरिकता कानून के संबंध में लोगों के बीच जागरुकता लाने की जरुरत है. 

गया से मनोज कुमार की रिपोर्ट 

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