पिंडदान के लिए मंगलवार से तीर्थयात्रियों का आना शुरू हो जायेगा. तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए विभिन्न जगहों पर स्वास्थ्य शिविर लगाये गये हैं. शहर के छह जगहों पर सात दिन 24 घंटे सेवा देने वाले स्वास्थ्य शिविर बनाये गये हैं. वहीं 16 घंटे काम करने वाले 18 स्वास्थ्य शिविरों पर चिकित्सकों की ड्यूटी लगायी गयी है. सभी आवासन स्थलों पर आठ घंटे डॉक्टर मौजूद रहेंगे. डीपीएम स्वास्थ्य नीलेश कुमार ने बताया कि पिंडदान करने आये तीर्थयात्रियों के लिए समय पर स्वास्थ्य सेवाएं तथा दवा की उपलब्धता शतप्रतिशत सुनिश्चित हो इसके लिए हरसंभव प्रयास रहेगा.
पितृपक्ष मेला में तीर्थयात्रियों को आकस्मिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य शिविरों में चिकित्सक, पारामेडिकल कर्मी व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात किया गया है. इसके लिए जेपीएन सदर अस्पताल सभागार में शनिवार को जरूरी प्रशिक्षण भी दिया गया है. उन्होंने बताया कि जिला कंट्रोल रूम व मिनी कंट्रोल रूम के साथ मोबाइल हेल्थ टीम सप्ताह के सातों दिन 24 घंटों तक काम करेगी. रोस्टर के अनुसार, चिकित्सकों और कर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है. सभी आवासन स्थल पर स्वास्थ्य शिविर आठ घंटे तक संचालित किये जायेंगे.
हर दिन 24 घंटे स्वास्थ्य शिविर विष्णुपद पार्क के समीप, रेलवे स्टेशन, गया कॉलेज खेल परिसर, निगमा धर्मशाला बोधगया, गांधी मैदान टेंट सिटी, व संक्रामक रोग अस्पताल परिसर में होगा. इसके अलावा 16 घंटे तक रामशिला मोड़, प्रेतशीला, महाबोधी मंदिर के निकट बोधगया, रामसागर तालाब पूर्वी, टिल्हा धर्मशाला, चांदचौरा मोड़, अक्षयवट मिडिल स्कूल, सीता कुंड, आइटीआइ परिसर, केंदुई बस स्टैंड, घुघरीटांड, सिकरिया मोड़ के पास, ब्रह्ययोनि पर्वत के नीचे, देवाघाट सूचना केंद्र के बगल में, धर्मारण्य बोधगया, प्रेतशीला पहाड़ पर, विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह के पास, विष्णुपद संवास सदन समिति के सामने स्वास्थ्य शिविर चलाया जायेगा.