PATNA : बिहार के खिलाड़ियों ने रविवार को पटना के डाकबंगला चौराहा पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों खेल कोटे से होने वाली नियुक्ति में अधिकारियों द्वारा धांधली करने का आरोप लगाया है। बिहार प्लेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी के नेतृत्व में खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया।
बिहार प्लेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सपनों को सचिवालय के अधिकारी चकनाचूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के तहत हर वर्ष प्रत्येक खेल से 5 उत्कृष्ट खिलाड़ियों की नियुक्ति सरकार को करना है, लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग ने पिछले 5 वर्षों से नियुक्ति प्रक्रिया को ही बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले विज्ञापन के आधार पर मनमाने तरीके से बहुत सारे खेल के खिलाड़ियों को नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर कर दिया ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 23 जुलाई को खिलाड़ी फिर सडकों पर उतरेंगे और विधान सभा मार्च करते हुए सुबह 8 बजे डाकबंगला चौराहा पर अपने अपने खेल को खिलाड़ी खेलेंगे।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राज्य का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम मोईनुलहक में ताला बंदी है। पांच वर्षों से नियुक्ति प्रकिया को अधूरा छोड़ दिया गया है। फिज़िकल कॉलेज बदहाल है और खेल व्यवस्था को खोखला कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कागजों पर खेल के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है।
उन्होंने कहा कि खेल से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आर पार का आन्दोलन करने के लिए खिलाड़ी सड़कों पर उतरे चुके हैं जब तक हमारी माँग नहीं मानी जाती है तब तक सड़कों पर ही खिलाड़ी रहेंगे।