धनरूआ हिंसा में पुलिस की गोली से हुई युवक की मौत, मौके पर पहुंचे SSP तो ग्रामीणों ने सुनाई पुलिसिया जुल्म की कहानी, दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन

पटना. धनरूआ थाना के मोरियामा गांव में शुक्रवार को पुलिस और पब्लिक के बीच झड़प के बाद शनिवार को पटना के एसएसपी जांच करने मोरियावां गांव पहुंचे. एसएसपी ने पहले वहां के स्थल का निरीक्षण किया, जहां से विवाद शुरू हुआ था.  ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने यहां जमकर महिलाओं और बच्चों पर लाठीचार्ज किया और घर में घुसकर भी पीटा. पुलिस के इस कार्रवाई को लेकर मुसहरी के लोग उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया.

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि घटना के विरोध में शुक्रवार की शाम भारी दल बल के साथ धनरूआ थाने की पुलिस पहुंची और बेवजह लोगों को जमकर पीटना शुरू किया. आक्रोशित लोगों ने भी अपने बचाव के लिए पुलिस पर जब पथराव शुरू कर दी तो पुलिस ने कई राउंड गोली चलाई. इस गोलीबारी में 24 वर्ष का रोहित कुमार पुलिस की गोली से बुरी तरह घायल हो गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. लोगों ने यह भी बताया कि इस गोलीकांड में गांव के नीरज कुमार रविंद्र कुमार सहित मोहित कुमार को भी गोली लगी और वह भी घायल हो गया, जिसकी इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रही है.

मुसहरी से निकलकर एसएसपी सड़क के किनारे स्थित मुखिया प्रत्याशी सुरेंद्र साहब के घर के नजदीक पहुंचे और लोगों से घटना की जानकारी ली. गांव की सीता देवी ने बताया कि पुलिस की लाठी से उनकी हाथ पर गहरी चोट आई और उनके हड्डी टूट गई. सूरज कुमार 16 वर्ष के युवक ने बताया कि पुलिस की गोली से वह भी घायल हो गया. गांव की महिला सुनैना देवी, देवंती देवी सहित चंद्रमणि देवी ने भी पुलिसिया जुल्म की कहानी एसएससी को बताया.

पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि कल हुई गोलीबारी में एक युवक की मृत्यु हुई है, जबकि दो तीन लोग घायल हो गए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीणों द्वारा किए गए पथराव में एक दर्जन के आसपास पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं. एसएसपी ने कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच होगी और जो भी लोग इस मामले में दोषी पाए जाएंगे. पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी.