AURANGABAD : औरंगाबाद पुलिस ने आज बहुचर्चित नाबालिग श्रेया की मौत को लेकर जिस बात की आशंका जताई जा रही थी, वह सही निकली है। श्रेया के साथ गैंगरेप किया गया था। फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर लाश को ठिकाने लगा दिया गया। इस पूरे हत्याकांड में दो सगे भाई शामिल थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्याकांड का उद्भेदन करते हु पकड़े गए हत्यारोपियों की पहचान नवीनगर थाना क्षेत्र के कोसडिहरा गांव निवासी दिलीप सिंह के पुत्र धर्मेन्द्र कुमार सिंह एवं राकेश कुमार सिंह के रूप में की गई है। घटना में प्रयुक्त इनके पास से एक ऑल्टो कार जब्त किया गया है।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि पहले इन हत्यारोपियों ने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और इसके बाद उसकी हत्या कर शव को ठिकाने लगाया था.आज आ योजित प्रेस-वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि नाबालिग़ छात्रा हत्याकांड के दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूछ-ताछ में इन दोनों ने अपराध स्वीकार किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नाबालिग़ छात्रा के साथ इन दोनों हत्योरियों ने पहले दुष्कर्म किया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी और फिर अपनी ऑल्टो कार से इंद्रपुरी बराज के समीप नहर में शव फेक दिया था।
घटना को लेकर पीड़िता की मां ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी जिसमें बताया कि बीते 11 जून यानि की मंगलवार को नाबालिग छात्रा अपने घर से कोचिंग के लिए निकली लेकिन वापस नहीं लौटी.घटना के दो दिन बाद 14 जून यानि कि शुक्रवार को छात्रा का शव 40 किलोमीटर दूर रोहतास जिले के इंद्रपुरी सोन बराज के पास नहर से बरामद किया गया था।
हालांकि चिकित्सकीय जांच रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने पानी में डूबने से मौत बताया था, लेकिन घटना को लेकर भारी विरोध के बाद परिजन और स्थानीय लोगों की मांग पर वैज्ञानिक एवं तकनीकी अनुसंधान के आधार पर मृतका की दोस्त और उसकी मां के अलावा एक अन्य युवक को बीते दिनों जेल भेजा जा चुका है। वहीं कांड के दो अन्य हत्यारोपियों को आज गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे दिया हत्या की घटना को अंजाम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कांड की गंभीरता के आधार पर बीते दिनों मगध क्षेत्र गया के पुलिस महानिरीक्षक के द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर, संबधित पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया था। गठित टीम द्वारा तकनीकी, वैज्ञानिक एवं मानवीय साक्ष्यों का विश्लेषण एवं संकलन करते हुये साक्ष्य के अनुसार नवीनगर थाना अंतर्गत बब्लू - चंदा गेस्ट हॉउस के संचालक दोनों सगे भाई को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराध कर्मियों द्वारा बब्लू - चंदा गेस्ट हॉउस के कमरे में पहले नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म किया और इसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। शव को छिपाने के नियत से इन दोनों आरोपियों ने ऑल्टो कार के डिक्की में शव रखकर इंद्रपुरी बराज में फेंक देने की बात स्वीकार किया है। घटना में प्रयुक्त ऑल्टो कार को विधिवत जब्त कर लिया गया है
पुलिस पर था दबाव
जिस तरह से श्रेया की मौत हुई थी। उसके बाद बिहार के तमाम राजपूत नेता एक जुट हो गए थे। न सिर्फ औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील सिंह ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। बल्कि भोजपुरी एक्टर व काराकाट से प्रत्याशी पवन सिंह ने पीड़ित को न्याय दिलाने के अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। इसके अलावा बिहार के दूसरे राजपूत नेता नीरज कुमार बबलू और आनंद मोहन अपने पूरे परिवार के साथ मृतका के परिवार से मिलने के लिए पहुंचे थे। जिसके बाद पुलिस पर इस बात का दबाव था कि इस मामले में न सिर्फ मौत को लेकर सच्चाई सामने लानी थी, बल्कि उसके साथ आरोपियों को भी गिरफ्तार करना था।
REPORT - DINANATH MAUAAR