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पैरालंपिक में बेटे की कामयाबी पर अपने आंसूओं को रोक नहीं पा रहे प्रमोद का परिवार, सीएम नीतीश कुमार से की यह मांग, गांव सुभई में बंटी मिठाइयां

पैरालंपिक में बेटे की कामयाबी पर अपने आंसूओं को रोक नहीं पा रहे प्रमोद का परिवार, सीएम नीतीश कुमार से की यह मांग, गांव सुभई में बंटी मिठाइयां

HAJIPUR : खबर हाजीपुर के सदर अनुमंडल अंतर्गत से है जहां जापान के टोक्यो में पैरा ओलंपिक प्रतियोगिता में बैडमिंटन सिंगल्स में ग्रेट ब्रिटेन को हराकर देश और दुनिया ने परचम लहराने वाले प्रमोद भगत के छोटे से गांव सुभई में खुशी की लहर है परिवार वालों के साथ साथ गांव वालों में भी खुशी है प्रमोद भगत दलित समुदाय से ताल्लुक रखते हैं ऐसे में दिव्यांश होते हुए उन्होंने जो भारत को गोल्ड मेडल दिला कर इतिहास रचा है उसकी पूरे इलाके में चर्चा हो रही है झुग्गी झोपड़ियों के बीच प्रमोद भगत का घर है जिससे साफ होता है कि सच्ची लगन और कड़ी मेहनत सफलता कदम चूमती है जिस को पूरी तरह से तुम थक अपने चरितार्थ किया है।

बुआ ने किया पालन पोषण

 प्रमोद भगत के माता-पिता बताते हैं 5 साल की उम्र में ही प्रमोद भगत गोलियों के शिकार हो गए थे जैसे चलते उनका बाया पैर बेकार हो गया था जिसके बाद माता-पिता काफी चिंतित हो गए थे लेकिन डॉक्टरों से इलाज कर थक चुके माता-पिता को तब सहारा मिला जब प्रमोद भगत के बुआ ने उनको सहारा लिया बुआ जो उड़ीसा में रहती है उन्होंने प्रमोद भगत को गोद ले लिया दरअसल प्रमोद भगत की बुआ कुसुम देवी जो अब इस दुनिया में नहीं उन्होंने प्रमोद भगत को गोद लेकर उनको पाला पोसा और इस काबिल बनाया प्रमोद भगत के बुआ कुसुम देवी को अपना संतान नहीं था इसलिए उन्होंने दिव्यांग प्रमोद भगत को गोद ले लिया और उड़ीसा में ही प्रमोद भगत का पालन पोषण हुआ।

प्रमोद के लिए इनाम की घोषणा करे नीतीश सरकार

जहां प्रमोद भगत में टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचा है इसको लेकर गांव वालों में भी खुशी है गांव वालों का कहना गांव के लिए गर्व की बात है और गांव वाली भी चाहते हैं कि खेल और खिलाड़ियों के लिए बिहार में भी उचित माहौल और आधारभूत संरचना उपलब्ध होना चाहिए क्योंकि बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है यदि सरकार इस पर ध्यान देती है तो यहां के कई और प्रतिभाओं को देश और दुनिया में कामयाबी हासिल करने का मौका मिलेगा।  लोगों का कहना है कि देश के दूसरे राज्यों में अपने खिलाड़ियों की कामयाबी पर उनके लिए इनाम की घोषणा की जाती है, लेकिन बिहार सरकार ने अब तक प्रमोद के लिए किसी प्रकार की घोषणा नही की है। लोगों ने मांग की है कि राज्य सरकार प्रमोद के लिए इनाम की घोषणा करे। 

प्रमोद के गांव आने का इंतजार

 बताते चलें कि जापान के टोक्यो में वैशाली की छोटे से गांव के रहने वाले प्रमोद भगत ने पैरा ओलंपिक गेम्स के बैडमिंटन पुरुष सिंगल्स वर्ग के चैंपियनशिप में ग्रेट ब्रिटेन को हराकर भारत को गोल्ड मेडल दिलाया और इस तरह प्रमोद भगत ने इस खेल में इतिहास रचा है इसको लेकर माता-पिता और गांव वाले तमाम लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाइयां दे रहे हैं और अब लोगों को प्रमोद भगत के गांव आने का इंतजार है लोगों का कहना है कि जब प्रमुख बगल गांव आएंगे तो उनका गर्मजोशी से स्वागत किया जाएगा।

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