प्राचार्य ने हॉस्टल को बना दिया जेल, पारा मेडिकल की छात्राएं बन गई जेल की कैदी, टॉर्चर करने का आरोप

KATIHAR : कटिहार जिले के भेरिया रहिका में संचालित जीएनएम पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान की गर्ल्स हॉस्टल को जेल बना दिया गया है और यहां रहनेवाली छात्राओं को बंदी की तरह रखा जा रहा है। यह कहना है इस हॉस्टल में रहनेवाली जीएनएम की छात्राओं का। इन छात्राओं का कहना है कि पूरे संस्थान में एक ही टीचर है, वही प्राचार्या भी है, और वही हॉस्टल की वार्डन भी। इन छात्राओं का कहना है उनका व्यवहार किसी जेलर की तरह है, जो बंदियों की तरह हमें टॉर्चर करती हैं।
चार बजे के बाद कमरे में बंद
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित संस्थान की प्राचार्य के विरूद्ध उतरी छात्राओं का कहना है कि उन लोगों को चार बजे रूम में कैद कर दिया जाता है, किसी भी अनहोनी की स्थिति में छात्राओं को निकलने की कोई व्यवस्था नहीं है, जहां तक पढ़ाई लिखाई की सवाल है उसका भी स्टैंडर्ड बहुत दयनीय हैं। हाल में ही टेस्ट लिया गया, लेकिन इस दौरान न तो क्वेश्चन पेपर मिला, न ही आंसर शीट दिया गया। यहां तक कि जब किसी बात पर विरोध जताते हैं तो रेस्टीकेट करने की धमकी दी जाती है।
सीएस से हुई शिकायत
छात्राओं ने बताया कि उन्होंने संस्थान की प्राचार्य के खिलाफ शिकायत सीएस से की थी, लेकिन कहा गया कि इस पर पैरेंट्स के सिग्नेचर करवाने होंगे। साथ ही इस शिकायत को लेकर सबसे पहले संस्थान के प्राचार्य के पास जाने के लिए कहा गया। अब छात्राओं का कहना है कि जिनके खिलाफ शिकायत है, उन्ही के पास शिकायत लेकर कैसे जा सकते हैं। ऐसे में अब जीएनएम की छात्राएं संस्थान की प्राचार्य के विरोध में उतर आई हैं। उनका कहना है कि कॉलेज की प्राचार्य को बदला जाए, साथ ही यहां की शिक्षण व्यवस्था को बेहतर किया जाए। इसके अलावा परिसर के लिए महिला सुरक्षा गार्ड उपलब्ध करवाने की मांग प्रशासन से की है।