पटना. बिहार नशा मुक्ति दिवस पर 26 नवंबर यानी आज प्रदेश भर में 'मद्य निषेध शपथ' कार्यक्रम होगा. इसमें बिहार सरकार के सभी अधिकारी और कर्मचारी मद्य निषेध का शपथ लेंगे. इसको लेकर बिहार सरकार ने शपथ पत्र भी जारी किया है. साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किये गये हैं. शपथ कार्यक्रम आज सुबह 11 बजे से होगा.
बिहार के मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने बताया है कि मद्य निषेध के प्रति चेतना जागृत करने के लिए वर्ष 2016 में राज्य सरकार के सभी कर्मियों को आजीवन शराब का सेवन नहीं करने और दूसरे को भी शराब नहीं सेवन करने के लिए प्रेरित करने के लिए शपथ दिलायी गयी थी. इसी के तहत मद्य निषेध समीक्ष बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा था कि इस साल भी नशा मुक्ति दिवस पर सरकारी कर्मियों को शपथ दिलायी जाये.
सुबह 11 बजे होगा कार्यक्रम
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार आज मद्य निषेध शपथ कार्यक्रम होगा और इसमें सरकारी कर्मचारियों को शराब नहीं पीने और नहीं पीने देने का शपथ दिलायी जाएगी. यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे कार्यालय परिसर में होगा, जिसमें सरकारी कर्मियों को शपथ दिलायी जाएगी.
सीएम की बैठक में दिये गये थे निर्देश
बता दें कि दिवाली और छठ के दौरान बिहार में जहरीली शराब से करीब 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी थी. इसके बाद बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर सवाल खडे़ हो रहे थे. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 नवंबर को शराबबंदी को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने जहरीली शराब से हुई मौत का पूरा ठिकरा थानेदार पर ही फोड़ दिया था. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध के लिए शपथ लेने और दिलाने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये थे.
शराबबंदी को लेकर बना था कठोर कानून
बता दें कि बिहार में 26 नवंबर को बिहार में मद्य निषेध दिवस मनाया जाता है. 2016 में बिहार में शराबबंदी कानून अस्तित्व में आया था. इसके बाद से पूरे बिहार में शरब पर बैन लगा दिया गया था. साथ ही शराबबंदी को लेकर कठोर कानून भी बनाया गया था. इसके तहत किसी के घर में खाली शराब की बोतल भी मिलने पर उस पर कठोर कार्रवाई की जाती थी.