सीडीए पटना को कोलकाता स्थानांतरित करने के आदेश का शुरू हुआ विरोध... बिहार के खिलाफ साजिश का आरोप

पटना. सी डी ए पटना कार्यालय के समक्ष सी डी ए पटना विभाजन विरोधी संघर्ष समिति के तत्वाधान में मंगलवार को शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता संघर्ष समिति के संयोजक प्रो विजय कुमार मिठू ने किया तथा संचालन सी डी ए सेवानिवृत कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कुमार अनुपम ने किया। विजय कुमार मिठू ने कहा की देश के पूर्वोत्तर राज्यो के सैन्य प्रतिष्ठानों के लेखा, जोखा हेतु सन 1942 में पूर्व राष्ट्रपति देशरत्न डा राजेंद्र प्रसाद के अथक प्रयास से सी डी ए पटना की स्थापना हुई थी, परंतु विगत कई वर्षों से इस कार्यालय को विघटित कर पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थानांतरित करने का प्रयास रक्षा लेखा महानियंत्रक नई दिल्ली के आला अधिकारियों के एक खास लौबी द्वारा किया जाता रहा है , जिससे यहां कार्यरत हजारों कर्मचारियों , राज्य के जनप्रतिनिधियों, एवम् बिहार के आम आवाम में भयानक आक्रोश है।
सी डी ए सेवानिवृत कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कुमार अनुपम सिन्हा ने कहा की सी डी ए पटना में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, एवम् सिक्किम राज्यो के सैन्य प्रतिष्ठानों का लेखा, जोखा का एकमात्र कार्यालय को विघटित कर कोलकाता भेजने का पहला प्रयास सन 2019 में हुआ था परंतु संघर्ष समिति के चरणबद्ध आंदोलन एवम् बिहार के जनप्रतिनिधियों के मांग के उपरांत केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 19 फरवरी 2020 को पत्र निर्गत कर इस विघटन एवम् स्थानांतरण को रोका गया था , परंतु पुनः 10 मार्च 2023 को रक्षा लेखा महानियंत्रक , नई दिल्ली द्वारा आदेश जारी किया गया है।
सी डी ए पटना के अधिकार क्षेत्र में अभी लगभग 1500 कर्मचारी कार्यरत है जो मूलतः बिहार एवम् उत्तरप्रदेश के निवासी है, तथा देश के रक्षा लेखा विभाग में पूरे भारत में कार्यरत 18000 कर्मचारी है, जिसमे 8000 से अधिक केवल बिहार के कर्मचारी है. ऐसी परिस्थिति में पटना स्थित सी डी ए कार्यालय को विस्तारित करने के बजाय विघटित करने का प्रयास किसी दृष्टिकोण से न्यायोचित नहीं है।
बिहार राज्य के क्षेत्रफल एवम् जनसंख्या के हिसाब से यहां केंद्रीय प्रतिष्ठानों की संख्या अन्य विकसित राज्यो की तुलना में कम है वैसे में 81 वर्षो से स्थापित सी डी ए कार्यालय को पटना से कोलकाता ले जाने का प्रयास जारी है , बिहार देश के ज्यादा कर देने वाले प्रमुख राज्यो में एक है। धरना प्रदर्शन में शामिल नेताओ ने सी डी ए पटना के विघटन एवम् स्थानांतरण को तत्काल रोकने हेतु महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री एवम् मुख्यमंत्री बिहार से गुहार लगाते हुए विस्तृत ज्ञापन भेजने का काम किया है। अगर विघटन एवम् स्थानांतरण की प्रक्रिया 15 दिनों के अंदर नहीं रुकती है तो बाध्य होकर पटना से दिल्ली तक आंदोलन किया जाएगा।
कार्यक्रम को संघर्ष समिति के सहसंयोजक पूर्व विधायक मो खान अली, महासचिव पुरुषोत्तम मिश्रा, सचिव अमरजीत कुमार, जीवेंद्र किशोर सिंह, सुमित कुमार तिवारी, मीना सिंह, सकुंतला राठौर, टिंकू गिरी, सैयद अहमद रजा, सौरभ भारद्वाज, तमाशबीन मेहरा, उदय शंकर पालित, बाल्मिकी प्रसाद, जगरूप यादव, जितेंद्र यादव, शिव कुमार चौरसिया, सुरेंद्र सिंह, सहित दर्जनों लोगों ने संबोधित किया।