Patna: कोरोना महामारी के बीच संक्रमण को रोकने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था के लिए सरकार ने सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं लेकिन अब हम नेता धीरेंद्र कुमार मुन्ना ने बिहार में अधिकारियों के काम करने के स्टाइल पर सवाल उठाए हैं.
हम नेता धीरेंद्र कुमार मुन्ना ने सरकारी सिस्टम पर हमला करते हे कहा है कि एक तरफ भाजपा के नेता कीरित सोमैया महाराष्ट्र में क्वारंटाइन सेंटर के नाम 1 अरब के घोटाले का दावा करते हैं वहीं बिहार में काम कर रही एनडीए सरकार में सीएम नीतीश की सतर्कता के बावजूद अधिकारियों ने लूट मचा रखी है.
आगे धीरेंद्र कुमार मुन्ना ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर पर दी जाने वाली सामानों की सूची पीआरडी क्यों नहीं देती है ? यूपी सरकार ने पूरी सूची जारी की है पर बिहार में भी भाजपा समर्थित सरकार है फिर यहां ऐसा क्यों नहीं हो रहा है.
बिहार सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की बंदरबांट की लड़ाई का नतीजा है कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव का स्थानांतरण कर दिया गया. कुछ वरिष्ठ अधिकारी बिहार में नीतीश कुमार की सरकार को बदनाम करने में लगे हैं. सरकार प्रति व्यक्ति 2440 रूपये देती है पर उसके अनुरूप सुविधाओं का अभाव है. बडे पैमाने पर बसों के तेल के नाम पर परिवहन विभाग में भी घोटाला हो रहा है. सीएम नीतीश तो संवेदनशील होकर काम कर रहे हैं लेकिन पदाधिकारी लगातार मनमानी कर रहे हैं.