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भाजपा विधायकों का राजभवन मार्च ... विधायक निलंबन मामले में राज्यपाल से मांगा हस्तक्षेप तो जानिए क्या मिला जवाब

भाजपा विधायकों का राजभवन मार्च ... विधायक निलंबन मामले में राज्यपाल से मांगा हस्तक्षेप तो जानिए क्या मिला जवाब

पटना. भाजपा विधायक लखेंद्र पासवान को बिहार विधानसभा से दो दिनों के लिए निलंबित किए जाने के मुद्दे पर भाजपा विधायकों ने बुधवार राजभवन मार्च किया. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मिलकर भाजपा विधायकों ने उनसे इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने राज्यपाल से हुई मुलाकात के बाद कहा कि बिहार में गुंडाराज चल रहा है. जिस तरीके से हमारे विधायक को सदन से निलंबित किया गया वह अस्वीकार्य है. इसी मुद्दे पर हमने बिहार के राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें पूरे मामले पर ज्ञापन सौपा. 

विजय सिन्हा ने कहा कि राज्यपाल ने पूरी घटना को गंभीरता से सुना है. राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि हम हस्तक्षेप करेंगे. इसके पहले भाजपा विधायकों ने बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. भाजपा विधायक लखेंद्र रौशन को सदन से दो दिनों के लिए निलंबित किए जाने के मामले में भाजपा का आक्रामक रुख लगातार जारी रखा. भाजपा के विधायकों ने बुधवार को फिर से विधानसभा की कार्यवाही से खुद को अलग रखने की घोषणा करते हुए सदन के बाहर प्रवेश द्वार पर धरना शुरू कर दिया. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा की अगुवाई में भाजपा के विधायकों ने लखेंद्र के निलम्बन को वापस लेने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. 

दरअसल, बिहार विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान माइक तोड़ने के जुर्म में भाजपा विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन को मंगलवार को दो दिनों के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया है. मंगलवार को समाज कल्याण विभाग से जुड़े एक सवाल के दौरान बीजेपी विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन ने माइक तोड़ दी थी. इस दौरान सत्ता पक्ष व विपक्षी विधायकों के बीच भारी नोक झोंक हुई थी. विवाद बढ़ता देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी। भोजनावकाश के बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो संसदीय कार्य मंत्री ने विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन से खेद व्यक्त करने को कहा. नेता प्रतिपक्ष ने इसका विरोध किया. वहीं आरोपी विधायक ने खेद व्यक्त करने के इनकार कर दिया और कहा कि दलित होने की सजा दी जा रही है.

इस मुद्दे पर मंगलवार को भोजनावकाश के बाद घंटों भाजपा सदस्यों ने सदन के बाहर धरना दिया. पहले विधानसभा के सदस्यों ने धरना शुरू किया और बाद में विधान परिषद के भाजपा सदस्य भी धरना में शामिल हो गए. वहीं बुधवार को भी सदन में पहुंचे भाजपा सदस्य अपनी मांग पर अड़े रहे और उन्होंने सदन के प्रवेश द्वार पर जमकर नारेबाजी करते हुए लखेंद्र के निलंबन को वापस लेने की मांग की. अगर निलंबन वापस नहीं लिया जाता है तो भाजपा ने सदन से बहिष्कार किए रखने की घोषणा की.

बाद में भाजपा विधायकों ने विधानमंडल से राजभवन तक पैदल मार्च किया. विजय सिन्हा के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी. उन्होंने कहा कि जानबूझकर विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. इसी कारण लखेंद्र के खिलाफ कार्रवाई की गई जो पक्षपात से हुई. 


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