जमुई। जिले के खैरा थाना क्षेत्र के चंद्रशैली घाट पर पुल निर्माण कंपनी से 50 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। अपराधियों ने कंपनी में बीते 25 दिसंबर को हमला कर कई मजदूरों की पिटाई कर दी थी, साथ ही कई राउंड हवाई फायरिंग कर पैसों की मांग की थी, जिसमें कंपनी संचालकों की शिकायत पर पुलिस जांच में जुटी थी। जिसमें पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है। चौंकानेवाली बात यह है पकड़े गए अपराधी लॉज में रहकर पढ़ाई करते हैं।
दोबारा हमला करने की थी तैयारी
इस घटना के बाद अपराधियों द्वारा पुल निर्माण कंपनी के मैनेजर के मोबाइल पर लेबी की डिमाण्ड पूरी करने को लेकर बार-बार धमकियां मिल रही थी, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई, पुलिस इस घटना मे मोबाइल से लेबी की माँग को लेकर वैज्ञानिक तरीके से अपना अनुसंधान शुरू कर देती है और मोबाइल नम्बर से लेवी की माँग करनेवाले युवक के बोलचाल की भाषा से पहचान कर ली जाती है और इस घटना मे शामिल सभी अपराधियों को एकसाथ दबोचने के लिए पुलिस सही समय का इंतजार कर रही थी और वो सही समय मिल गया 02 जनवरी की रात जहाँ फतेहपुर गांव मे किउल नदी के किनारे एक सुनसान से खाली पड़े मकान मे ये सभी अपराधी दुबारा पुल निर्माण कंपनी के बेस कैम्प पर हमला करने को लेकर जुटे थे। तभी पुलिस ने इन सभी 6 अपराधियों को धर दबोचा। पूछताछ मे इन लोगों ने बताया कि फर्जी तरीके से हमलोगों ने बड़ीबाग के एक मोबाइल दुकानदार से सिम लिया था और 50 लाख की लेबी की मांग उसी सिम से की गई थी, उसके बाद पुलिस ने सिम विक्रेता को भी गिरफ्तार कर लिया।
जमुई के पुलिस कप्तान प्रमोद कुमार मंडल ने कहा कि ये सभी अपराधी जमुई में लॉज मे रहकर पढाई करते हैं और इनसभी लोगों का घर नक्सल प्रभावित क्षेत्र खैरा इलाके में है। चूंकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र मे रहने के कारण ये लोग पहले से नक्सलियों की गतिविधियों और अपराध करने के तरीकों को काफी नजदीक से देखा है और उसी स्टाइल मे अपराध करने के लिए एक नया गिरोह बनाकर बीते 25 दिसम्बर की रात खैरा थानाक्षेत्र के चंद्रशैली घाट पर पुल निर्माण कार्य मे लगे मजदूरों के साथ मारपीट की जिसमे कई मजदूर घायल हो गए।