पटना. बिहार के जाने माने लिवर रोग विशेषज्ञ डॉ प्रकाश कुमार के निधन पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शोक जताते हुए उनके निधन को चिकित्सा जगत की अपूरणीय क्षति बताया है. आईएमए के अध्यक्ष डॉ सहजानंद ने कहा कि डॉ प्रकाश बिहार में लिवर के मरीजों के लिए वरदान थे. उनके कई दशकों के चिकित्सकीय अनुभव और सेवा भाव का हर वर्ष हजारों मरीजों को लाभ मिलता रहा. अपने जीवन के अंतिम समय तक उन्होंने सेवाभावना की मिसाल कायम की.
अपनी चिकत्सकीय विशेषज्ञता से उन्होंने लिवर की कई असाध्य बीमारियों का सफल उपचार जिस सहजता और सरलता से किया वह चिकित्सा जगत के लिए अनुकरणीय रहा है. उन्होंने अपने पेशेवर जीवन में कई उपलब्धियां हासिल करने के साथ ही सामाजिक स्तर पर आदर्श मुकाम हासिल किया. उनकी विशेषज्ञता का लाभ कई दशकों तक बिहार के लोगों को मिला और बिहार के चिकित्सा जगत का नाम रोशन हुआ.
डॉ सहजानंद ने कहा कि डॉ प्रकाश कुमार की लोकप्रियता न सिर्फ स्थानीय स्तर पर रही बल्कि अन्य प्रांतों में भी वे अपने पेशेवर गुणों के लिए प्रसिद्ध रहे. उनके नाम कई प्रकार के सम्मान और पुरस्कार दर्ज हैं. साथ ही चिकित्सा अनुसन्धान की दिशा में उन्होंने कई मील के पत्थर गाड़े हैं. डॉ प्रकाश के निधन से चिकित्सा जगत में जो रिक्ति आई है उसे भरना दुष्कर है.
डॉ प्रकाश का गत दिनों पटना में निधन हुआ था. उनके एक बेटे हैं जो ईएनटी सर्जन हैं. वहीं दामाद डॉ रिदु कुमार भी बिहार के प्रसिद्ध कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं. डॉ प्रकाश के निधन पर कई गणमान्य जनों ने शोक जताया है.