PATNA : इस्लामिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस एक शैक्षिक, सामाजिक, धर्मार्थ और कल्याणकारी संगठन है. जी इदारा फलाह अल-मुस्लिमीन और प्रेजेंटेशन एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के तहत संचालित संस्थानों की एक एकीकृत प्रणाली है, यहां की शिक्षा प्रणाली ने विज्ञान और कला के हजारों विशेषज्ञ पैदा किए हैं, जो न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके साथ ही इस संस्थान के जरिये विभिन्न अवसरों पर गरीबों, विधवाओं और जरूरतमंदों के बीच भी व्यापक स्तर पर काम किया जाता है। प्राकृतिक आपदाओं के अवसर पर राहत एवं बचाव कार्य भी किया जाता है।
जरूरतमंदों को आर्थिक एवं नैतिक सहायता भी प्रदान की जाती है। विधवाओं एवं अनार्थों एवं गरीबों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया जाता है तथा शीतकाल में कम्बल एवं गरम कपड़े विलरण भी किया जाता है। संस्था अब तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में कल्याण एवं सामाजिक कार्यों के लिए करोड़ों रूपये खर्च कर चुकी है। ये विचार इस्लामिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन अल्हाज खुर्शीद हसन ने इस्लामिया टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज परिसर में गरीबों एवं निर्धनों के बीच कंबल वितरण करने के बाद व्यक्त किये।
उन्होंने आगे कहा है कि इतिहास रहा है कि हर देश और हर क्षेत्र में हमेशा गरीबी रही है और यह भी स्वाभाविक है कि ईश्वर ने समाज को एक-दूसरे पर निर्भर बनाया है, लेकिन इंसानियत के नाते हमें हमेशा अपने पड़ोसियों की देखभाल करने, गरीबों की मदद करने, उनसे मिलने जाने और जरूरत पड़ने पर उनकी देखभाल करने के लिए आगे आना चाहिए। इस अवसर पर इस्लामिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की प्रबंध निदेशक डॉ. फरह दीबा ने कहा कि पटना के विभिन्न इलाकों में दो सौ से अधिक जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल का वितरण किया जा चुका है एवं और जरूरतमंद लोगों के बीच कंबल बांटने की योजना है।
इस मौके पर डॉ. साहिबा ने मालदार लोगों से अपील की है कि इस सर्दी में सौभाग्य व पुण्य पाने के लिए गरीबों और जरूरतमंदों को गर्म कपड़े दें। उन्होंने कहा कि हमें आज से यह संकल्प लेना चाहिए कि हम जरूरतमंदों की यथासंभव मदद करेंगे और सदी के इस मौसम में उन्हें ठंड से बचाने के लिए सामूहिक रूप से गर्म कपड़ों की आपूर्ति जरूरतमंदों को सुनिश्चित करेंगे। प्रेजेंटेशन एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष अबू रिजवान ने कहा कि हर साल सदी के मौके पर जरूरतमंदों के बीच कंबल और गर्म कपड़े का वितरण किया जाता है, यह एक महत्वपूर्ण मानव सेवा है, इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए