DEHRI : ऐसा लगता है कि बिहार में हिंदू देवी देवताओं को लेकर विवादित बयान देना राजद नेताओं में होड़ लगी है। एक तरफ शिक्षा मंत्री लगातार हिंदू धर्म ग्रंथों को लेकर विवादित बयान देत रहे हैं। अब राजद के एक विधायक उनसे भी एक कदम आगे जाते हुए मां दुर्गा के अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए उन्हें काल्पनिक बता दिया है। साथ ही उनकी प्रतिमा पर होनेवाले लाखों के खर्च को भी उन्होंने फिजूलखर्ची बता दिया है। इस दौरान माननीय विधायक ने हिन्दू धर्म के 33 करोड़ देवी देवताओं पर भी सवाल उठाया है।
हिंदू देवी देवताओं पर सवाल उठानेवाले माननीय का नाम फते बहादुर सिंह है, जो वर्तमान में डेहरी से राजद विधायक हैं। जिन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मां दुर्गा काल्पनिक है। उन्होंने कहा कि मनुवादियों के अनुसार 33 करोड़ देवी देवता हैं. ब्रिटिश काल में भारत की जनसंख्या 30 करोड़ थी. तो किसने लिखा कि मां दुर्गा ने महिसासुर के करोड़ों सेना के साथ युद्ध किया। लेकिन जिस समय देश गुलाम हुआ, उस समय मां दुर्गा कहां थी, उन्होंने ब्रिटिशों का संहार क्यों नहीं किया। क्यों भारत इतने सालों तक गुलाम रहा।
मां दुर्गा का कोई इतिहास नहीं, पूजा पर होते हैं फिजूलखर्च
नवरात्र में पूजा-अर्चना फिजूल खर्च' इस दौरान राजद विधायक ने नवरात्र में पूजा अर्चना करने को फिजूल खर्च बताया. उन्होंने कहा कि यह सारा खर्च बेकार है. जब दुर्गा का कोई इतिहास ही नहीं है तो लोग क्यों इतना खर्च करते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन मनुवादियों ने देवताओं को काल्पनिक बनाया, वहीं OBC, SC-ST को शूद्र बनाय दिया. सवाल करते हुए पूछा कि 'हम कौन सा हिन्दू हैं।
सिर्फ भारत में ही क्यों पूजे जाते हैं देवी देवता
एक पुस्तक का हवाला देते हुए फते बहादुर सिंह ने कहा जब मां दुर्गा ने धरती पर कदम रखा तो तीनों लोक हिलने लगा. तीनों लोक में केवल भारत ही आता है क्या या पूरा विश्व आता है? अगर दुर्गा देवी होती और इनका अवतार हुआ रहता तो केवल भारत में क्यों, पूरे विश्व में क्यों नहीं हुआ?