PATNA : बिहार विधानसभा के पहले चरण के मतदान में अब काफी कम दिन बचे हैं.सभी सियासी दल अब चुनावी मैदान में उतरकर प्रचार करने में जुट गई हैं. तेजस्वी यादव भी आज से अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत करेंगे. तेजस्वी यादव लगातार अपने कैंडिडेट को सिंबल देकर चुनाव मैदान में तैयारी के लिए भेज रहे हैं लेकिन ऐसा क्यों है कि तेजस्वी बाहुबलियों से याराना भी रखना चाहते हैं और छुपाना भी चाहते हैं.
बाहुबलियों से याराना भी है और छुपाना भी है
तेजस्वी यादव लगातार राजद उम्मीदवार को सिंबल दे रहे हैं. अक्सर सिंबल देते हुए तस्वीर भी तेजस्वी की सामने आते रहती हैं. लेकिन जब बात बाहुबलियों की होती है तो तेजस्वी यादव थोड़ा बैक हो जाते हैं. सिंबल देते हुए तेजस्वी की कई तस्वीरें सामेने आईं हैं लेकिन रीतलाल यादव को सिंबल देने वाली तस्वीर बाहर नहीं आई. इससे पहले भी बाहुबली कहे जाने वाले रामा सिंह भी राज के अंधेरे में ही तेजस्वी आवास पहुंचे थे. धीरे से अपनी पत्नी के लिए सिंबल लिया और निकल गए. यही खेल रीतलाल यादव ने भी खेला वो कल यानि सोमवार को रात के अंधेर में राबड़ी आवास पहुंचे और अपने पत्नी के लिए टिकट लेकर निकल गए.
हालांकि फिर रीतलाल यादव ने यह मैसेज क्लीयर कर दिया कि वो राबड़ी आवास क्या करने गए थे. रीतलाल ने अपनी पत्नी को खुद राजद का सिंबल देते हुए की तस्वीर वायरल कर दी. राजद की तरफ से लगातार बाहुबलियों को टिकट दिया जा रहा है चाहे वो अनंत सिंह हों, प्रभुनाथ सिंह के बेटे, नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में सजायाफ्ता व राजद के पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को नवादा से टिकट दिया है. आरा जिले के संदेश विधान सभा क्षेत्र से भी उन्होंने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में फरार अरुण यादव की पत्नी किरण देवी पर भरोसा जताया हैऔर अबा रीतलाल यादव की पत्नी. आज भी तेजस्वी यादव को लगता है कि बाहुबल के जोर पर वोट मैनेज किया जा सकता है लिहाजा टिकट दनादन बांटा जा रहा है.लेकिन देखना होगा बिहार बदलने के नारों के बीच बाहुबलियों से ये याराना तेजस्वी का कितना साथ देता है.