राजद सुप्रीमो को फिर जेल जाना पड़ सकता है, सबसे बड़े चारा घोटाला में इस माह आएगा फैसला

Desk. चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी में एक बार फिर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस मामले में बहस पूरी होते ही अदालत फैसले की तिथि निर्धारित कर देगी. जनवरी माह में फैसला आने की उम्मीद है. हालांकि अदालत ने इस मामले में आरोपितों की सही संख्या जानने के लिए सभी की उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया है. जानकारी के अनुसार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद समेत मुकदमे का सामना करे रहे आरोपितों को जल्द उपस्थिति दर्ज करानी होगी.
मामले में तीन आरोपियों पर होनी है बहस
वर्तमान में इस मामले में 112 आरोपित मुकदमे का सामना कर रहे हैं. इसमें से लालू प्रसाद समेत 99 आरोपियों की ओर से बहस पूरी हो चुकी है. बाकी तीन आरोपियों की ओर से तीन-चार जनवरी को बहस की जाएगी. बहस पूरी करा चुके एक-दो आरोपियों की मौत होने की जानकारी मिल रही है, लेकिन उनकी ओर से अदालत में मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं दाखिल किया गया है.
मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत वर्तमान में मुकदमे का सामना कर रहे आरोपितों की सही संख्या जानने को लेकर उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया है. बता दें कि डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से जुड़े मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, जगदीश शर्मा, डॉ. आरके शर्मा, ध्रुव भगत, पांच आइएएस, 30 पशु चिकित्सक, छह एकाउंट व 56 आपूर्तिकर्ता शामिल हैं.