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नुडल्स फैक्ट्री के बॉयलर फटने की जांच करने पहुंची राजद की टीम, मृतकों के परिजनों को 20 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग

नुडल्स फैक्ट्री के बॉयलर फटने की जांच करने पहुंची राजद की टीम, मृतकों के परिजनों को 20 लाख रूपये मुआवजा देने की मांग

MUZAFFARPUR : मुज़फ़्फ़रपुर के बेला क्षेत्र स्थित नूडल फैक्ट्री में बॉयलर फटने के कारण घटित घटना की सच्चाई का पता करने एवं पीड़ितों का हालचाल जानने के लिए मुजफ्फरपुर महानगर राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष राई शाहिद एकबाल मुन्ना के नेतृत्व में 13 सदस्यीय जांच दल ने सोमवार को श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती मरीज एवं घटनास्थल का दौरा कर जायजा लिया। जांच दल ने घटनास्थल का जायजा लेने के उपरांत यह पाया कि घटना के 30 घंटा बीत जाने के बावजूद भी अभी तक घटनास्थल पर से मलबा को नहीं हटाया गया है। जिसके कारण मृतकों की सही संख्या का पता नहीं चल सकता है। अगर मलबा हटाया जाता है तो हो सकता है कि मलबे के अंदर और भी लोग दबे हुए हो। ऐसा भी संभावना है कि मलबे के अंदर कोई व्यक्ति अंतिम सांस भी ले रहा हो। मलबे को अभी तक नहीं हटाने से ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार मृतकों की संख्या छुपाना चाह रही है। क्योंकि बगल में चूड़ा मिल में छह मजदूर काम कर रहे थे। जिसमें दो की मृत्यु हो गई और बाकी बचे चार व्यक्ति श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती है। जबकि जिस नूडल फैक्ट्री में बॉयलर फटा है। उसमें कई दर्जन लोग काम पर थे। ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा सिर्फ पांच व्यक्ति की मृत्यु और तीन व्यक्ति के घायल होने की रिपोर्ट से यह साफ जाहिर हो रहा है कि बिहार सरकार मृतकों की संख्या को और घायलों की संख्या को छुपाने का काम कर रही है। घटनास्थल पर जो भयावह स्थिति है। उसको देखने से यह पता चलता है कि सरकार बिल्कुल गरीबों के साथ अन्याय करने का काम कर रही है। अगर इस सरकार को गरीबों की चिंता होती तो मजदूर उस दिन कितने काम पर थे। कितने घायल हुए और कितने लोग लापता है। इसकी सूची जारी करनी चाहिए थी।

जांच दल बिहार सरकार से यह मांग करती है कि मृतकों की सही संख्या का पता लगाने के लिए एवं बॉयलर के फटने का सही कारण का पता करने के लिए उच्चस्तरीय जांच दल का गठन किया जाए। मृतक के आश्रितों को कम से कम 20 लाख का मुआवजा दिया जाए तथा उनके परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही घायल मरीजों को उचित मुआवजा दिया जाए।

जांच दल में शामिल प्रमुख लोगों में लालगंज के पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद, बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव शब्बीर अंसारी, वरीय राजद नेता शिव चंद्र राय, एससी एसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव अजय राम भंगी, युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता दीपक ठाकुर, आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव सुधीर कुमार राय उर्फ लड्डू राय, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष पाले खान, महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रेणू सहनी, महानगर राजद के प्रधान महासचिव सुरेंद्र राम,  महासचिव विनोद राम पप्पू ,राजद नेता पिंटू कुमार राम एवं महिला प्रकोष्ठ की महानगर महासचिव गुड़िया राय शामिल थी।

मुजफ्फरपुर से अरविन्द अकेला की रिपोर्ट

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