PATNA: बिहार की सियासत इन दिनों गरमाई हुई है। जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है बिहार की सियासी पारा हाई होता जा रहा है। इसी बीच बिहार सरकार युवाओं को रोजगार दे रही है। बिहार सरकार ने पिछले दो से तीन महीनों में लाखों शिक्षकों को नियुक्ति पत्र थामा चुकी है। वहीं महागठबंधन में इस बात का श्रेय लेने के लिए होड़ मची है। एक तरफ जहां जदयू यह सीएम नीतीश की उपलब्धि बता रही है तो वहीं राजद इसे तेजस्वी यादव की उपलब्धि बता रही है। बीते दिन ही गांधी मैदान में दूसरे चरण के शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया। इस दौरान लगाए गए पोस्टर में तेजस्वी यादव गायब थे। समारोह में जगह जगह केवल सीएम नीतीश के पोस्टर ही लगे थे।
15 साल की सरकार पर भारी पड़ी 15 माह की सरकार
वहीं इसको लेकर राज्य में जमकर बयानबाजी हुई। वहीं आज यानी रविवार को राजद ने प्रवक्ता शक्ति यादव ने प्रेस कॉन्फेंस कर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की तारीफ की है। साथ ही उनके 15 माह के कार्यकाल को राज्य के लिए स्वर्णिम काल बताया है। शक्ति यादव ने कहा कि, तेजस्वी यादव के 15 माह की सरकार पहले की 15 साल की सरकार पर भारी है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि, डिप्टी सीएम के वादे और सीएम नीतीश ते नेतृत्व में बिहार में रोजगार की बहार है। हमलोग बिहार में बेहतर शिक्षा दे रहे हैं। अब बिहार के लोगों को 10 लाख से भी ज्यादा रोजगार दी जा रही है। बिहार का जो मॉडल है वह देश का मॉडल होना चाहिए।
70 दिनों 2 लाख 17 हजार शिक्षकों को मिली नौकरी
शक्ति यादव ने कहा कि, राज्य सरकार के नेतृत्व में शिक्षा विभाग ने रिकॉर्ड बहाली की है। 70 दिनों के भीतर राज्य में 2 लाख 17 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दी गई है। वहीं शक्ति यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी खुद को विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बताती है, लेकिन नौकरी देने में तो विश्व रिकॉर्ड तो हमने बनाया है। विश्व में कहीं भी इतने कम दिनों में इतनी ज्यादा नौकरी नहीं दी गई है। इसको लेकर बीजेपी को चैलेंज देता हूं। बिहार ने जातीय गणना करके नज़ीर पेश की है और पिछड़ी जातियों के लिए हमारी सरकार ने 75 प्रतिशत आरक्षण दिया है।
15 माह बनाम 10 साल पर चर्चा कर लें भाजपा
उन्होंने कहा कि, बीजेपी कहती थी कि अगर भगवान भी आएंगे तो इन 4 लाख लोगों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं दिया जाएगा। लेकिन शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जा रहा है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार ने 10 साल में सिर्फ 7 लाख के आसपास नौकरी दी। यह आकड़ा भारत सरकार का ही है, जिसको संसद में मंत्री जितेन्द्र सिंह ने पेश किया था। तेजस्वी और नीतीश की सरकार जो कहती है वह करती है। किसानों की आय अभी तक दोगुनी नहीं हुई है। 15 महीना बनाम 10 साल पर बीजेपी चर्चा कर लें।