Patna - पूर्व सांसद आर के सिन्हा द्वारा स्थापित “ आदि चित्रगुप्त फ़ाइनेंस लिमिटेड “( एसीएफएल मुद्रा बैंक ) के 9वें स्थापना दिवस पर एसीएफएल के 550 से ज़्यादा सहकर्मियों को संबोधित करते हुए आर के सिन्हा कहा कि कंपनी को विश्व स्तरीय “ नारी सशक्तिकरण” को समर्पित कंपनी बनाने के लिये उन्हें अपनी गुणवत्ता को और बेहतर बनाना पड़ेगा । ऐसा बिलकुल न समझा जाये कि आपकी गुणवत्ता अच्छी है , इसीलिए आपका विकास बाक़ी प्रतिद्वंदियों के मुक़ाबले बेहतर हो रहा है । लेकिन , इसका यह भी मतलब नहीं है कि आपके गुणवत्ता को और बेहतर नहीं किया जा सकता । गुणवत्ता का विकास एक निरंतर प्रक्रिया है जिसे जारी रखना ही चाहिये। जब कंपनी बड़ेगी तो आप सभी भी आगे बढ़ेंगे।
इस अवसर पर कंपनी की वरिष्ठ निदेशक श्रीमती रीता किशोर सिन्हा, एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट , श्री अरुण सिंह , अवकाश प्राप्त डिप्टी सी०ए०जी ०, भारत सरकार , एसीएफएल के निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी श्री ज्ञान मोहन , मुख्य वित्तीय पदाधिकारी श्री प्रशांत अग्रवाल , वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री शुभम् विनीत ,कंपनी सचिव आदर्श सिंह , एवीपी बुद्धिराज अग्रवाल , एवीपी श्रीमती रतन राज लक्ष्मी , अमर सिन्हा, विजय ओटना ,रजनीश रंजन , नंदन सिन्हा, राजीव रंजन , अवधेश प्रसाद , मनीष किशोर आदि उपस्थित थे ।
मैंने कहा कि इस छोटे से कालावधि में जिसमें तीन वर्ष तो कोरोना की वजह से लगभग पूरी तरह बाधित ही रहा , एसीएफएल ने बिहार पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तर झारखंड के 87 ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी शाखाएँ खोलकर तीन लाख दस हज़ार से ज़्यादा बेसहारा और महाजनों से प्रताड़ित गरीब महिला उद्यमियों के बीच एक हज़ार करोड़ से ज़्यादा का ऋण बिना किसी गारंटी या गिरवी के बाँटा और तीन लाख से ज़्यादा महिलाओं को स्वावलंबी बनाया । इससे भी ज़्यादा ख़ुशी की बात्त यह है कि हमारा रिकवरी रेट 99.5% से ज़्यादा रहा यानी 100 में से 99 गरीब महिलाओं ने पूरा पैसा समय से वापस किया । यह गरीब महिलाओं की ईमानदारी और कर्तव्य परायणता को दर्शाता है।
अतः सबों को आज के दिन मेरा एक ही संदेश है कि मातृ शक्ति के जागरण और स्वावलंबन अभियान में मानवीय संवेदना पूर्वक उच्च गुणवत्ता पूर्वक कार्य करते रहें।