PATNA : परिवहन विभाग, बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् की ओर से राज्य स्तर पर सोमवार को अधिवेशन भवन में सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान-24 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन परिवहन विभाग मंत्री, बिहार श्री विजय कुमार चौधरी ने किया। उद्घाटन के पूर्व परिवहन सचिव ने मंचासीन सभी अतिथियों का स्वागत हेलमेट देकर किया।
सड़क सुरक्षा हिदायतें/नियमों को अपनी आदत का अंग बना लें कम होंगी दुर्घटनायें
परिवहन विभाग मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कार्यक्रम के सफल और प्रासंगिक आयोजन के लिए परिवहन विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा आज के मानवजीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। सड़क सुरक्षा की जितनी अपेक्षाएं हैं, नियम और हिदायतें हैं उसे अपनी आदत का अंग बना लें तो दुर्घनाएं कम होंगी। परिवहन, पुलिस और सड़क विभाग एवं अन्य विभाग सड़क दुर्घटना एवं मृत्यु में कमी लाने के लिए संयुक्त रूप से प्रयास कर रहे हैं। इन विभागों के संयुक्त अभियान के कारण सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
ट्रैफिक से हर वर्ग प्रभावित हैं
अपर मुख्य सचिव गृह विभाग, एस सिद्धार्थ ने कहा कि ट्रैफिक ऐसा विषय है जो बच्चे, युवा, बुजुर्ग हर वर्ग को प्रभावित करता है। जितनी मृत्यु बीमारी से नहीं होती उससे अधिक ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में होती है। सुधार के लिए आवश्यक है कि यातायात नियमों के उल्लंघनकर्ताओं को जुर्माना लगे। पूरे ट्रैफिक सिस्टम को ऑटोमेटिक करने की आवश्यकता है। इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। यातायात नियमों के उल्लंघन करने पर ऑटोमेटिक चालान पहुचेगा।
सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों में संवेदना जगाना है
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सड़क सुरक्षा अभियान-2024 का उद्देश्य है कि लोग संवेदनशील बनें। लोगों में संवेदना को जगाना है। राज्य में 80 प्रतिशत सड़क दुर्घटना मानव की गलती से हो रही है। इसमें 72 प्रतिशत दुर्घटनाओं का कारण ओवर स्पीडिंग है। सड़कों के बढ़ते नेटवर्क के साथ रोड एक्सीडेंट डेटा को कम करने की चुनौती है।
सख्ती से कराएं नियमों का पालन
उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों से कहा कि यातयात नियमों का पालन सख्ती से कराएं। दोपहिया वाहन चालकों को लिए हेलमेट अनिवार्य है। इसे पालन कराने के लिए गुलाब का फूल नहीं क़ानून का फूल दें।
सड़क दुर्घटनाओं में आयी कमी
परिवहन सचिव ने कहा कि वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में मात्र 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि वर्ष 2021 की तुलना में वर्ष 2022 में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 14 प्रतिशत एवं मृत्यु में 16.02 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। आधुनिक उपकरणों से लैस 56 इंटरसेप्टर सह हाइवे पेट्रोलिंग वाहन की व्यवस्था की जा रही है
एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार ने कहा कि ओवर स्पीडिंग को एनएच पर नियंत्रित कर लेते हैं तो काफी हद तक दुर्घटना को नियंत्रित कर सकते हैं। इसके लिए प्रथम चरण में 16 एनएच पर आधुनिक उपकरणों से लैस 56 इंटरसेप्टर सह हाइवे पेट्रोलिंग वाहन की व्यवस्था की जा रही है।
परिवहन सचिव ने दिलाया सड़क सुरक्षा का शपथ
अधिवेशन भवन में आयोजित सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा का शपथ दिलाया गया। परिवहन सचिव ने उपस्थित सभी प्रतिभागियों को यातायात नियमों का पालन करने एवं साथ ही दूसरे को प्रेरित करने और दुर्घटना पीड़ित व्यक्ति की मदद करने में हमेशा अग्रसर रहते हुए एक स्वच्छ-स्वस्थ-सुरक्षित सड़क संस्कृति विकसित करने का शपथ दिलाया।
सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए जिलों के डीटीओ, एडीटीओ सहित कई सम्मानित
सड़क सुरक्षा माह- 2024 के दौरान सड़क सुरक्षा जागरुकता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले को परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल द्वारा सम्मानित किया गया। जिलों के डीटीओ, एडीटीओ, एमवीआई, ईएसआई और चलंत दस्ता को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में प्रषंसनीय कार्य करने वाले डॉक्टर, सड़क दुर्घटना में घायल पीड़ितों को मदद करने वाले को गुड सेमेरिटन एवं अन्य क्षेत्रों में मानवीय कार्य करने वाले को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटों देकर सम्मानित किया गया।
इन्हें मिला प्रशस्ति पत्र और सड़क सुरक्षा सम्मान
चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ संतोष कुमार (आईजीआईएमएस, पटना ), डॉ अनिल कुमार (एम्स, पटना), डॉ अमूल्य कुमार सिंह। सड़क दुर्घटना पीड़ितों एवं अन्य जरुरतमंदों को ब्लड उपलब्ध कराने के लिए मुकेश हिसारिया को सम्मानित किया गया। वहीं सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने करने के लिए गुड सेमेरिटन अवार्ड से निखिल कुमार पटेल, रोहतास, दीपक कुमार, वैशाली एवं अभिषेक कुमार, मुजफ्फरपुर को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री यू के मिश्रा, वाहन दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण के अध्यक्ष बटेश्वर नाथ पांडेय और श्री राजीव रंजन, राज्य परिवहन आयुक्त विशाल राज आदि उपस्थित थे।