N4N DESK: आज का दिन देश के लिए कई मायनों में खास है। आज विजयादशमी है, रावण दहन का कार्यक्रम होगा। इसके साथ ही आज मां दुर्गा को भावभीनी विदाई दी जाएगी। इसके अलावा देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम की जयंती भी आज ही है। इनसब के बीच देश की सबसे बड़ी संस्था में से एक RSS का आज स्थापना दिवस भी है।
आरएसएस आज अपना 96वां स्थापना दिवस मना रहा है। हिंदी तिथि के अनुसार विजयादशमी के दिन ही 1925 में राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की स्थापना हुई थी। विदित हो कि नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही आरएसएस की अलग-अलग शाखाओं पर स्थापना दिवस मनाया जाने लगता है। इसी कड़ी में आज नागपुर में आयोजित किये गए कार्यक्रम में RSS चीफ मोहन भागवत खुद शामिल हुए। उन्होंने सबसे पहले शस्त्र पूजा की और फिर स्वंयसेवकों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत-पाक विभाजन, जनसंख्या नियंत्रण के साथ-साथ अवैध घुसपैठ को लेकर खुलकर बातें कही।
जनसंख्य नीति पर विचार की जरूरत
मोहन भागवत ने कहा, 'जनसंख्या नीति पर एक बार फिर से विचार किया जाना चाहिए। 50 साल आगे तक का विचार कर नीति बनानी चाहिए और उस नीति को सभी पर समान रूप से लागू करना चाहिए, जनसंख्या का असंतुलन देश और दुनिया में एक समस्या बन रही है.'
देश में अवैध घुसपैठ को लेकर स्वर मुखर
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, 'सीमा पार से अवैध घुसपैठ पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जाए। राष्ट्रीय नागरिक पत्रिका का निर्माण कर इन घुसपैठियों को नागरिकता के अधिकारों से वंचित किया जाए।'
विभाजन की टीस अब तक नहीं गई
मोहन भागवत ने आगे कहा, 'जिस शत्रुता और अलगाव के कारण विभाजन हुआ उसकी पुनरावृत्ति नहीं करनी है। पुनरावृत्ति टालने के लिए, खोई हुई हमारे अखंडता और एकात्मता को वापस लाने के लिए उस इतिहास को सबको जानना चाहिए। खासकर नई पीढ़ी को जानना चाहिए. खोया हुआ वापस आ सके खोए हुए बिछड़े हुए वापस गले लगा सकें।'