पप्पू यादव का बड़ा आरोप - बालू माफिया, जमीन माफिया को बचाने के लिए की गई रुपेश की हत्या, ताकि केस को डायवर्ट कर सकें

पटना। क्या इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या बड़ी साजिश का हिस्सा है, क्या रुपेश की हत्या किसी बड़ी मछली को बचाने के लिए किया गया है। यह सवाल उठाया है जाप प्रमुख पप्पू यादव ने। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार पहली बार किसी हत्या के मामले में प्रेस रिलीज जारी किया गया। पहली बार सुशील मोदी कुछ बोलते दिख रहे हैं, परिजनों से मिलने के लिए जाते हैं। यह साबित कर रहा है कि इस हत्या में कहीं न कहीं कोई राज है, जिसे छिपाने के लिए रुपेश को रास्ते से हटाया गया।
बालू माफिया और जमीन माफिया से ध्यान हटाने की कोशिश
पप्पू यादव ने सुशील मोदी द्वारा अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने की बात पर पलटवार करते हुए कहा कि पूर्व डिप्टी सीएम यह बताएं कि राज्य में जिस तरह उनके प्रश्रय पर बालू माफिया, जमीन माफिया और शराब माफिया के ठेके का धंधा खुलेआम चल रहा है, उनसे पुलिस का ध्यान बंटाने के लिए रुपेश की हत्या की गई ताकि पुलिस का पूरा ध्यान इस हत्या की तरफ लगाया जा सके। अभी तक रुपेश के मोबाइल की जांच नहीं की गई है। अगर मोबाइल की जांच की जाती है तो निश्चित रूप से कई ऐसे नाम सामने आएंगे, जो कहीं न कहीं सरकार की परेशानी बढ़ा सकती है। जिन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है।
जांच में की जा रही है देरी
पप्पू यादव ने कहा रुपेश की हत्या को 48 घंटे से अधिक का समय हो गया है, लेकिन जांच के लिए बनी एसआईटी को कोई सुराग नहीं मिल सका है। केस में जानबूझकर देरी की जा रही है, ताकि बड़ी मछलियों को बचने का मौका मिल सके। पूर्व में जितने भी एसआईटी बने, उनकी तरह ही इस एसआईटी का हश्र होगा। सीबीआई जांच की मांग करना बेमानी है, क्योंकि हमने सुशांत सिंह की मौत में उनके काम करने के तरीके को देख लिया है। हमारी मांग है कि इस पूरे मामले में हाईकोर्ट की देखरेख में जांच की जाए. अगले सात दिन में इस पर नतीजा नहीं निकलता है तो इसके लिए पीआईएल दायर की जाएगी