साहित्य अकादेमी सम्मान की घोषणा, 'मुझे पहचानो' उपन्यास के लिए संजीव सम्मानित, जानिए कौन हैं प्रसिद्ध लेखक

पटना. साहित्य अकादेमी सम्मान की बुधवार को घोषणा की गई. इस वर्ष का साहित्य अकादेमी सम्मान संजीव को उनके उपन्यास 'मुझे पहचानो' के लिए दिया जा रहा है. दरअसल, साहित्य जगत में सबसे ज्यादा इंतजार साहित्य अकादेमी सम्मान का होता है. देश की 24 भाषाओं में उत्कृष्ट साहित्य की रचना करने वाले लेखकों को यह सम्मान दिया जाता है. इस कारण इन्हें भारतीय साहित्य का बेंचमार्क भी माना जाता है.
इस साल के साहित्य अकादेमी पुरस्कारों की घोषणा बुधवार को कर दी गई है. साहित्य अकादेमी पुरस्कार इस साल संजीव को उनके उपन्यास 'मुझे पहचानो' के लिए दिया जा रहा है. विजेता के नाम की घोषणा साहित्य अकादेमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव ने नई दिल्ली के मंडी हाउस स्थित रवींद्र भवन में साहित्य अकादेमी मुख्यालय में की है. उन्होंने हिंदी भाषा के साथ ही अन्य भाषाओं के विजेताओं के भी नाम घोषित कर दिए हैं.
कौन हैं संजीव : इनका जन्म 6 जुलाई, 1947, सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) के बाँगरकलाँ गाँव में हुआ. कार्यक्षेत्र के रूप में 38 वर्षों तक रासायनिक प्रयोगशाला में कार्य करने के बाद स्वतंत्र लेखन किया. 7 वर्षों तक हंस समेत अनेक पत्रिकाओं के संपादन एवं स्तंभलेखन का कार्य किया. अपने शोधपरक लेखन व वर्जित विषयों पर लिखे गये साहित्य के लिए ख्यात हैं. इनकी लगभग 150 कहानियाँ व 14 उपन्यास प्रकाशित हुई.
प्रमुख कृतियाँ: तीस साल का सफरनामा, आप यहाँ हैं, भूमिका और अन्य कहानियाँ, दुनिया की सबसे हसीन औरत, प्रेतमुक्ति, प्रेरणास्रोत और अन्य कहानियाँ, ब्लैक होल, खोज, दस कहानियाँ, गति का पहला सिद्धांत, गुफा का आदमी, आरोहण (कहानी संग्रह); किशनगढ़ के अहेरी, सर्कस, सावधान ! नीचे आग है, धार, पाँव तले की दूब, जंगल जहाँ शुरू होता है, सूत्रधार, आकाश चम्पा, अहेर, फाँस, प्रत्यंचा (उपन्यास), रानी की सराय (किशोर उपन्यास), डायन और अन्य कहानियाँ (बाल-साहित्य) ।
पुरस्कार : कथाक्रम सम्मान, अन्तरराष्ट्रीय इंदु शर्मा सम्मान, भिखारी ठाकुर सम्मान, पहल सम्मान, सुधा-स्मृति सम्मान, इफको का श्री लाल शुक्ल स्मृति साहित्य सम्मान ।