PATNA : बिहार में शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन भी मंत्री जीवेश मिश्रा का मुद्दा छाया रहा। सदन के बाहर तमाम विपक्षी पार्टियों ने बिहार में अफसरशाही को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान विधान परिषद पहुंची पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहार सरकार की जबरदस्त तरीके से खिंचाई की। उन्होंने कहा कि कल उनकी ही पुलिस ने उनके ही मंत्री की गाड़ी को रोक दिया। यह गलत था। लेकिन यह पहली बार नहीं है। हमारे विधायकों और विपक्षी नेताओं को लात-जूते से पिटा गया था, महिला विधायकों की साड़ी उतारी गई। उन पर क्या कार्रवाई की गई। उसकी तुलना में कल की घटना कुछ भी नहीं है।
बिहार विधान परिषद के पोर्टिको में आरजेडी एमएलसी के साथ प्रदर्शन कर रहीं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने जातिगत जनगणना को लेकर कहा कि बिहार के दोनों सदनों में इसे पास किया गया है। इसका बहुत पहले से मांग है। लालू जी ने भी इस मांग को UPA की सरकार में उठाया था इसलिए सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए। केंद्र सरकार नहीं कराती है तो राज्य सरकार को अपने खर्चे पर कराना चाहिए। इस दौरान सीएजी की रिपोर्ट पर राबड़ी देवी ने कहा कि दुर्भाग्य है सरकार को सीएजी की रिपोर्ट को मानना चाहिए लेकिन यह सरकार नहीं मान रही है।
स्वास्थ्य मंत्री से मांगेगे अंखफोड़वा कांड पर जवाब
मुजफ्फरपुर में आंख निकाल लिया तो स्वास्थ्य मंत्री जी आए हैं जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह घटना हुई है, पीड़ितों को न्याय मिलना चाहिए