PATNA : भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने स्व0 कैलाशपति मिश्र की 100 वीं जयंती के अवसर पर बयान जारी कर कहा कि वे युग पुरुष थे और समानता, भाईचारा एवं सौहार्दता का अनुशरण कर जनसंघ के रूप में जो पौधा लगाया। वह आज वृक्ष बनकर भाजपा के रूप में फल फूल रहा है। सिन्हा ने कहा कि कैलाश पति मिश्र की निजी जिन्दगी एक खुली किताब थी और अपने कर्म, धर्म, आचरण और अस्तित्व को उन्होंने दल को समर्पित कर दिया। जागने से सोने तक पार्टी का विकास और विस्तार का लक्ष्य साधने में ये लगे रहे।
सिन्हा ने कहा कि कैलाश पति मिश्र जाति व्यवस्था के विरोधी थे। उनके संरक्षण में पनपे भाजपा के कई शीर्षस्थ नेता पिछडे वर्ग से थे। संत भाव से उन्होने सबों का मार्गदर्शन किया और सम्मान दिया। सिन्हा ने अपने जीवन मेे कैलाशपति मिश्र से मिली सीख का जिक्र करते हुये कहा कि 2003 मे पहली बार स्थानीय निकाय कोटा से परिषद् का चुनाव लड़ने के क्रम में आशीर्वाद लेने गया। उन्होने कहा कि ‘‘विजय पार्टी माँ की तरह होती है और ये तो अभी तुम्हारी शुरुआत है। आगे पार्टी के लिये तुमको बहुत कुछ करना है।’’ उनके ये शब्द आज भी स्मृति में मार्गदर्शक के रुप में कार्य कर रही है और निष्ठा तथा ईमानदारी से कार्य करने की प्रेरणा और उर्जा दे रही है।
सिन्हा ने कहा कि निःस्वार्थ सेवा, करुणा, सहयोग, निष्ठा, समर्पण औऱ चरित्र बल को अंगीकार कर कैलाशपति मिश्र ने तत्कालीन युवाओं के लिए ऐसा संदेश दिया। जिससे राष्ट्र की सेवा सहजता औऱ सुगमतापूर्वक करने की प्रेरणा मिली। उनकी उदारता और विराट सोच के कारण समाज के सभी वर्गों के लोग राज्य में जनसंघ औऱ भाजपा से जुड़ते चले गए। उनकी दूरदृष्टि औऱ सम भाव के कारण जनसंघ से भाजपा के आजतक का सफर में एक छोटे पौधा से विशाल वृक्ष का आकार सम्भव हुआ है।
सिन्हा ने कहा कि कैलाश पति मिश्र के सपनों को साकार करने में भाजपा के सभी कार्यकर्त्ता लगे हुये है। बिहार में भाजपा की बढ़ती ताकत से सत्ताधारी दल भयभीत है। 2024 और 2025 के चुनावों में जनता राज्य में भाजपा को ही आशीर्वाद देगी।