NAWADA : बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराया जा रहा है. इस बीच लोकतंत्र की कई तस्वीर सामने आ रही है. जिले में एक महिला प्यारी देवी का पैर टूट गया था। लेकिन महिला खुद को मतदान करने से नहीं रोक सकी। इसके बाद घर की महिलाएं व अन्य परिजन उन्हें खाट पर लेकर बूथ तक गए। वह भी तब जब महिलाओं ने जिउतिया का निर्जला व्रत रखा है। बताते चलें की महुलियाटांड़ नक्सल प्रभावित इलाका है। 2009 में यहां रैदास जयंती में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में नक्सलियों ने कौआकोल थानाध्यक्ष समेत 11 पुलिसकर्मियों को गोलियों से छलनी कर डाला था। इसके बावजूद भी यहां लोगों में ऐसा जज्बा देखने को मिल रहा है।
वोट देकर लौट रही महिला प्यारी देवी ने बताया की हमें चलने में दिक्कत है। हमारा पैर टूट गया हैं। इसी कारण हमारे परिवार और गांव के लोग मिलकर वोट कराने को लेकर मतगणना केंद्र तक ले गए। इसके बाद वोट देकर हम वापस लौट रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक प्यारी देवी की उम्र 72 साल हो रहा है। वह अपने गांव के विकास को लेकर वोट देने के लिए आई थी। उन्होंने कहा की हम पैर से लाचार हो गए नहीं तो हम पैदल चल कर ही वोट देने जाते थे। एक किलोमीटर के अंदर ही बुथ नंबर 193 पर हमने वोट डाला हैं। लोगों ने प्यारी देवी के जज्बे की जमकर सराहना की।
नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट